मुरादाबाद: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर आज देशभर में महिलाओं के सम्मान में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। महिलाओं को सम्मानित किया जा रहा है।
इस अवसर पर आज हम आपको उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की रहने वाली युवती प्रगति की जज़्बे और हौसले से भरी कहानी बताने जा रहे हैं, जो आपका दिल छू लेगी। प्रगति ने एक हादसे में अपने दोनों हाथ गंवा दिए, लेकिन हिम्मत नहीं हारी। प्रगति ने अपने हौसले को बरकरार रखा और अपने सपनों को जीने के साथ ही आज भी अपने लक्ष्य को हासिल करने की लगातार कोशिश कर रही हैं।
हादसे में गंवाए अपने दोनों हाथ
दरअसल, मुरादबाद की प्रगति के दोनों हाथ वर्ष 2010 में हाईटेंशन तारों की चपेट में आने से झुलस गए थे। दोनों हाथों में ब्लड सर्कुलेशन रुकने के कारण डॉक्टर्स को प्रगति के दोनों हाथ काटने पड़े। इसके बाद भी प्रगति ने हिम्मत नहीं हारी और खुद को संभाला। आज प्रगति उन कामों को भी कर सकती हैं, जो बिना हाथ वाले लोगों के लिए करना बिल्कुल भी आसान नहीं होता है।
प्रगति ने दोनों हाथ गंवाने के बाद भी अपने मां-बाप की प्रेरणा से खुद को संभाला। प्रगति ने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षा में टॉप किया। इसके बाद ग्रेजुएशन में भी टॉपर बनीं। प्रगति कहती हैं कि वह अपने इन्हीं हाथों से लिख सकती हैं, मोबाइल फोन चला सकती हैं और कंप्यूटर भी ऑपरेट कर लेती हैं। प्रगति अपना खर्च उठाने के लिए बच्चों को ट्यूशन पढ़ाती हैं और बैंक के एंट्रेंस एग्जाम के लिए तैयारी भी कर रही हैं।
शिक्षिका बनना चाहती हैं प्रगति
प्रगति कहती हैं कि वह शिक्षिका बनना चाहती हैं। इसके लिए वह बी.एड की तैयारी कर रही हैं। इसके साथ ही बैंक के एंट्रेंस एग्जाम की तैयारी भी कर रही हैं। विश्व महिला दिवस पर प्रगति ने कहा कि, महिलाएं किसी से भी कम नहीं होती हैं। हौसला और हिम्मत जरूरी है। किसी भी तरीके की कमी आपकी प्रतिभा और प्रगति को नहीं रोक सकती।
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