उत्तर प्रदेश। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक टीम गठीत करने जा रहे हैं जो कि बेटिंयो को कोख में ही हत्या करने वालो को पकड़ने के लिए होगा सरकार ऐसे मुखबिर को रखेगी जो अगले महिने से सक्रीय हो जांयेंगे। आपको बता दें कि मुखबिर लिंग की पहचान कर अवैध गर्भपात करने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को पकड़ने के लिए गठीत किया है।
गठीत टीम संस्थाओं पर अपने आदमी को ग्राहक के रुप मे भेजेगा जो कि केमिगल लगे हुए नोटो से अपना भुगतान करेगा जिसके बाद तुरन्त ही स्वास्थ्य विभाग की टीम छापा मार कर सबूत के साथ सभी दोषियों को गिरफ्तार कर लेगी।
हांलाकि सभी जानते हैं कि लोग बेटे के चाहत में बेटियों को कोख में ही मार देते है जिसके कारण लड़कियों कि लिंगानुपात का प्रतिशत लड़को के लिंगानुपात से कम होता जा रहा है।
सरकार के प्रतिबंध के बाद भी अस्पतालों में धड़ल्ले से गर्भपात की घटनाएं हो रहीं है। जिसके कारण बेटियों को बचाने के लिए प्रदेश सरकार ने एक टीम को गठित करने जा रही है जो कि अस्पतालों में हो रहे इस कुकर्म पर नकेल कसेगी।
आपको बता दें कि केंद्र सरकार और राज्य सरकार में कार्य कर रहे व्यक्तियों या महिलाओं के यहां गर्भवती महिलाओं को मुखबिर के रुप में ग्राहक बनकर अस्पताल में जायेंगी। उन महिला को बकायदा शपथ पत्र देना होगा। और मिथ्या ग्राहक या सहायक बनने के लिए राज्य स्तर पर सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एंव कल्याण, अध्यक्ष राज्य समूचित प्राधिकरण या पीसीपीएनडीटी अधिनियम के जिला स्तर पर जिलाधिकारी यी मुख्य चिकित्सा अधिकारी से संपर्क किया जा सकता है।
राज्य सरकार के अनुसार हर सफल ऑपरेशन पर मुखबिर को 60 हजार और मिथ्या ग्राहक को एक लाख तथा सहायक को 40 हजार रुपये का पुरस्कार दिया जायेगा। हालांकि सरकार सही सूचना मिलने और रंगे हाथ साक्ष्य के साथ पकड़ने पर ही पहले गर्भवति को 30 हजार मुखबिर को 20 हजार सहायक को 10 हजार मिलेगा बाकी की रकम न्यायालय के सजा सुनाएं जाने के बाद मिलेगा