वाराणसी: मौजूदा समय में मिडिल क्लास के लिए गोल्ड लोन से एक अच्छी स्कीम के रूप में सामने आई है। लोग बैंकों में सोना जमा करके अपने बड़े काम आसानी से निपटा लेते है। लेकिन भ्रष्टाचार चालबाजी हर जगह कैसे भी करके अपनी जगह बना ही लेती है। हम बात कर रहे है अर्दलीबाजार के केनरा बैंक की और लहरतारा की दो शाखाओं की जहां नकली सोना रखकर गोल्ड लोन लिया गया है।
चार अलग-अलग लोगों ने जमा किया था सोना
बैंक की तीन शाखाओं में तीन अलग-अलग लोगों ने चार किलो सोना जमा करके 85 लाख रुपए निकाल लिए। इसके बाद मंडुवाडीह थाने में रविवार के दिन एडीसीपी ने इस बात की पुष्टि की। उन्होने बताया कि तीन महिलाओं सहित 10 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इन लोगों के नाम लोन जारी किया गया था।
10 लोग गिरफ्तार किए गए
केनरा बैंक के अर्दलीबाजार शाखा में पहले नकली सोना जमा कराके गोल्ड लोन लिया गया था। इसके बाद जब मामला खुला तो बैंककर्मीं कमिश्नर के पास पहुंचे। कमिश्नर के आदेश के बाद कैंट थाना में पुलिस ने तहरीर दर्ज की और जांच शुरू की। पुलिस की जांच में 11 लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस ने जब जांच तेज की तो 10 लोगों को गिरफ्तार किया। एक आरोपी ने पहले ही कोर्ट में सरेंडर कर दिया था।
जांच में सोना नकली पाया गया
केनरा बैंक स्वर्ण योजना के तहत सोना जमा कराके गोल्ड लोन देता है। तीन महीने में सोने का परीक्षण सराफ से कराया जाता है। दो अगस्त को जब सोने का दोबारा परीक्षण कराया गया तो 10 लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया गया और गिरफ्तारी भी की गई। क्योकी जांच में सोना नकली पाया गया था।