नई दिल्ली। भारत के सलामी बल्लेबाज और भारतीय टीम का दारोमदार अपने कंधों पर रखकर चलने वाले दिग्गज महेंद्र सिंह धोनी की जगह कप्तान बने विराट कोहली रविवार को इंग्लैंड के खिलाफ पहले एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में टीम की अगुवाई करने के लिए उतरेंगे, तो उसके साथ ही भारतीय क्रिकेट में नये युग की भी शुरुआत होगी। कोहली को एक ऐसे कप्तान की परंपरा को आगे बढ़ाना है, जिनकी अगुवाई में भारत ने वनडे और टी-20 के विश्व कप जीते।
कोहली ने हालांकि टेस्ट कप्तान के रूप में अपनी योग्यता साबित कर दी है और अब उन्हें वही क्षमता सीमित ओवरों की क्रिकेट में भी दिखानी होगी। धोनी पहली बार कोहली की अगुवाई में खेलेंगे और उनकी भूमिका विकेट कीपर बल्लेबाज तक सीमित रहेगी और यह देखना दिलचस्प होगा कि यह नयी व्यवस्था भारत के लिए किस तरह से काम करती है। धोनी को हमेशा शांतचित कप्तान माना जाता रहा है।
भारत में पहली बार किसी द्विपक्षीय एकदिवसीय सीरीज में निर्णय समीक्षा प्रणाली (डीआरएस) का उपयोग किया जायेगा और कप्तान विराट कोहली का मानना है कि इंग्लैंड के खिलाफ मंगलवार से शुरू होनेवाली सीरीज में महेंद्र सिंह धौनी की विकेटकीपर के रूप में दी गयी सलाह इसमें अहम साबित होगी।