उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद में वामपंथी दलों ने देश में बढ़ती महंगाई , पेट्रोल , डीजल बढ़ते दामों , कृषि बिल को लेकर आज़मगढ़ मोड़ से प्रदर्शन करते हुवे कलेक्ट्रेट पहुँचे जहां कलेक्ट्रेट परिसर में वाम दलों ने एक दिवसीय धरना दिया । संयुक्त वामपंथी दलों के नेताओं ने केंद्र एवं प्रदेश की बीजेपी सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की । इस दौरान वामपंथी दलों ने राष्ट्रपति के नाम से संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी केहरि सिंह को सौपा ।
वहीं उत्तर प्रदेश किसान सभा के प्रदेश सचिव राम कुमार भारती ने बताया कि आज केंद्र की बीजेपी सरकार में महंगाई चरम पर है । जो सीमेंट की बोरी 215 रुपए की थी वो 415 – 420 रुपए में मिल रही है , बालू जिसे मोरंग कहते हैं एक साल पहले पांच हज़ार रुपए मिला करती थी वह आज के समय में 14 हज़ार रुपए में मिल रही है । जो सरिया 3400 रुपए कुंटल मिला करती थी उसका दाम छः हज़ार रुपए कुंटल है । ग़ांव के अंदर केंद्र सरकार द्वारा जिस स्टीमेट पर एक लाख बीस हज़ार रुपए आवास बनाने के लिए दिया जा रहा है उसके अनुसार आवास तो क्या नींव भी नहीं बनाई जा सकती है । आज केंद्र और प्रदेश की बीजेपी सरकार में कमर तोड़ महंगाई में आम आदमी का जीना मुश्किल हो गया है ।
राम कुमार भारती यहीं नहीं रुके उन्होंने केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुवे आगे कहा कि जो सरसो का तेल कुछ महीने पहले 50 रुपए लीटर मिला करती था वह आज 200 रुपए लीटर मिल रहा है । दैनिक उपयोग करने वाले समान दिनों दिन बढ़ते जा रहें हैं । वही पेट्रोल और डीजल के दामों को बढ़ाने घटाने के नाम पर नाटक किया जा रहा है । पहले तो पेट्रोल और डीजल के दाम 60 रुपए तक बढ़ाए जाते हैं और फिर 10 रुपए पांच रुपए घटाए जाते हैं ।
ये क्या खेल सरकार खेल रही है । यह भारत के नागरिकों के भविष्य के साथ सरकार खिलवाड़ कर रही है । आज महंगाई की वजह से कंपनियां बंद हो रही है । युवा बेरोजगार हो रहें हैं । दिल्ली , मुम्बई , अहमदाबाद की कंपनियों के बंद होने से वहां काम करने वाले लोग बेरोजगार घर बैठे हैं । इन्हीं सब मुद्दों को लेकर आज वामपंथी दलों द्वारा प्रदर्शन करने के साथ राष्ट्रपति के नाम से संबोधित ज्ञापन अपर जिलाधिकारी को सौपा गया है ।