मेरठ। तीन तलाक को लेकर देशभर में छिड़े विवाद के बीच एक महिला का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस महिला के जख्मों को मरहम लगाने के बजाए हर बार कुरेदा गया। महिला और उसकी माँ का आरोप है कि शादी से पहले और बाद में उसके साथ दुष्कर्म और फिर सामूहिक दुष्कर्म किया गया।
जिसके बाद महिला को उसके पति ने तलाक देकर घर में निकालने का फरमान सुना दिया लेकिन महिला ने तलाक़ लेने से इंकार कर दिया। महिला इन्साफ के लिए अधिकारियों के यहाँ दर दर भटकती रही बाद में महिला ने कोर्ट की शरण ली और कोर्ट के आदेश के बाद पति सहित चार आरोपियों के खिलाफ गैंगरेप का मामला दर्ज कराया है।
दरअसल, ये मामला मेरठ के भावनपुर थाना क्षेत्र का है जहां एक महिला ने आरोप लगाते हुए बताया कि उसकी लव मैरिज गाँव के ही वाईस नाम के शख्स के साथ वर्ष 2016 में हुई थी। महिला का आरोप है कि शादी के दो माह बाद ही उसके पति के ताऊ ने उसे घर में अकेली पाकर उसके साथ रेप किया। जब महिला ने इसकी शिकायत अपने पति और ससुराल वालो से की उन्होंने उल्टा महिला से कह दिया कि तुम तलाक़ स्वीकार करो वरना ऐसा ही होता रहेगा लेकिन महिला ने तलाक़ स्वीकार नहीं किया।
हद तो तब हो गई जब एक रोज़ पति ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और जबरन महिला को तीन तलाक़ लेने का दबाव बनाया। महिला को घर से निकाल दिया। वहीँ महिला तीन माह से अपने मायके में रह रही है। महिला और उसकी माँ का कहना है कि वो अभी भी पति के साथ रहना चाहती है क्योंकि उसकी ज़िन्दगी का सवाल है उसने शादी तलाक़ लेने के लिए नहीं की थी।
महिला ने कोर्ट की मदद लेते हुए पति सहित चार आरोपियों पर अभियोग पंजीकृत कराया है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है।
शानू भारती, संवाददाता