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शुक्रवार को क्यों मनाई जाएगी शनि जयंती?. 59 साल बाद राशियों का ये दुर्लभ संयोग किसे देगा फायदा?

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22 मई को शनिदेव की जयंती मनाई जा रही है। ये जयंती शुक्रवार को पूरे देशभर में मनाई जा जाएगी। लेकिन क्या आप जानते हैं इस बार पूरे 59 साल बाद एक विशेष संयोग बन रहा है।

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ज्योतिष में शनि को न्यायाधीश की भूमिका में सबको न्याय देने को कहा गया है। शनिदेव अच्छे कर्म करने पर अच्छा फल और बुरे कर्म करने पर बुरा फल देते हैं।

शनि देव मकर और कुंभ राशियों के स्वामी है। जो भी भक्त शनि जयंती के अवसर पर उनकी सच्चे मन से पूजा करता है शनि देव उस पर अपनी कृपा जरूर बरसाते हैं।

शनि जयंती पर दुर्लभ संयोग
इस बार शनि जयंती पर चार ग्रह एक ही राशि में विराजमान रहेंगे। शनि मकर राशि में गोचर है जो इनकी स्वयं की राशि है इस दिन गुरु भी मकर राशि में रहेंगे। ऐसा माना जाता है कि यह संयोग कई वर्षो के बाद बन रहा है।

ऐसा संयोग 59 साल पहले 1961 में बना था। इस साल के बाद फिर ऐसा ही संयोग 2080 में बनेगा।

उस वक्त भी आज जिस तरह से तूफान और प्राकृतिक आपदाओं से मानव जाति संकट से गुजर रही है। इसी तरह की स्थिति का सामना करना पड़ सकता है।

इस दिन शनि जयंती के मौके पर सूर्य , चंद्र, बुध और शुक्र एक साथ वृषभ राशि में रहेंगे। चार ग्रहों का एक ही दिन में एक ही राशि में रहने का यह दुर्लभ संयोग बन रहा है। ज्योतिषशास्त्र में बुध और राहु का संबंध तूफान से माना गया है।

3 मई 2019 को जब फोनी तूफान आया था तब भी शुक्र, बुध और चंद्रमा एक साथ मौजूद थे।
2018 में जब तितली तूफान आया था, तब भी ये तीनों ग्रह साथ ही बैठे थे।

26 दिसंबर 2004 में जब सुनामी आयी थी उस दिन भी शुक्र और बुध साथ बैठे थे। ओडीशा में आया अम्फान तूफान के समय भी शुक्र, बुध साथ ही पृथ्वी तत्व की राशि वृष में बैठे हैं।

शनि जयंती पर किन राशियों को होगी मुश्किल?
शनि भी पृथ्वी तत्व की राशि में वक्री चल रहे हैं। ऐसे में इस बार शनि जयंती पर ग्रहों का यह योग बेहद कष्टकारी है।

शनि जयंती पर शनि और गुरु के साथ-साथ मकर राशि में गोचर होने के कारण इस वर्ष शनि को खुश करना सभी राशि वालों के लिए फायदेमंद होगा।

वृष और वृश्चिक राशि के लोगों को गंभीरता पूर्वक काम करना चाहिए नहीं तो चोट, कष्ट और मानसिक पीड़ा हो सकती है।

मिथुन राशि के लोगों को वाणी पर संयम रखना होगा अनिद्रा की शिकायत हो सकती है, कुछ अनावश्यक खर्च भी हो सकते हैं।

शानि जयंती पर किन राशियों की खुलेगी किस्मत?

कर्क और सिंह राशि वालों के लिए शनि जयंती पर बनने वाला है चतुर्ग्रही योग लाभकारी रहेगा।
कर्क राशि वालों की रुचि धर्म-अध्यात्म में रहेगी, मेहनत से बढ़कर भाग्य लाभ दिलाएगा।

तुला राशि वालों को सेहत का ध्यान रखना होगा, मानसिक और शारीरिक थकान हो सकती है। किसी बात को सोचकर परेशान भी होते रहेंगे।

धनु और मीन राशि के लिए यह योग शुभ है लेकिन मकर और कुंभ राशि वालों को संभलकर चलना होगा।

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इस तरह शनि जयंती पर कई लोगों पर इस संयोग का प्रभाव पड़ सकता है। इस दिन सोच समझकर ही काम करें।

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