नई दिल्ली। भगवान विष्णु की पूजा अर्चना गुरुवार को करने से आपको समस्त परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। ऐसा कहा जाता है कि अगर किसी की शादी में कोई विघ्न हो या फिर उसकी शादी नहीं हो पा रही है तो उस लड़की को नारायण की पूजा करनी चाहिए। लेकिन क्या आपको पता है कि भगवान विष्णु को ‘नारायण’ नाम से क्यों बुलाते है? ‘नारायण’ एक ऐसा शब्द है जिसे केवल पुकारने भर से जीवन के सभी दुखों और कलह का नाश होता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जिन्हें ‘नारायण’ का मतलब नहीं पता। तो चलिए आज आपको इसके मतलब से रुबरु करवाते है।
शास्त्रों के अनुसार ‘जल’ भगवान विष्णु के पैरों से पैदा हुआ था और उन्हीं के पैर से बाहर आई गंगा नदी का नाम ‘विष्णुपदोदकी’ नाम से जाना जाता है। इसके साथ ही ‘जल’ को ‘नीर’ और ‘नर’ नाम से जाना जाता है। चूंकि भगवान विष्णु पानी में रहते हैं इसलिए नर से उनका नाम ‘नारायण’ बना। यानि कि नारायण का मतलब है पानी के अंदर रहने वाले भगवान। इसके अलावा कुछ लोग भगवान विष्णु को ‘हरि’ के नाम से भी पुकारते हैं। ‘हरि’ का मतलब होता है हरने वाला यानि कि भगवान विष्णु आपके जीवन से पाप और समस्याओं को खत्म करते हैं।