अहमदाबाद। गुजरात की सीएम आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे की पेशकश बाद अब सूबे में नए मुख्यमंत्री को लेकर कई नामों पर चर्चा हो रही है। इस रेस में गुजरात में मंत्री नितिन पटेल, प्रदेश अध्यक्ष विजय रूपाणी, विधानसभा अध्यक्ष गणपत भाई बसावा और संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसाणिया के नाम आगे माने जा रहे हैं।
गुजरात सरकार के उत्तराधिकारी का नाम तय करने के लिए बीजेपी संसदीय बोर्ड की आज बैठक होने जा रही है.इस बैठक में गुजरात के नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला हो सकता है। सूत्रों की माने तो मुख्यमंत्री बनने की रेस में फिलहाल गुजरात भाजपा के अध्यक्ष विजय रुपानी का नाम जोर शोर से लिया जा रहा है।
दरअसल, विजय रुपानी के लिए कहा जाता है कि संगठन में उनकी अच्छी पकड़ है और राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के भी करीबी बताए जाते हैं। हालांकि नए मुख्यमंत्री के नाम का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। पार्टी को ऐसा लग रहा था कि आनंदीबेन के गुजरात के मुख्यमंत्री बनने के बाद प्रदेश में पार्टी का संगठन कमजोर हो रहा है। भाजपा की अंदरूनी उठापठक हाईकमान के पास जा रही थी। यही वजह थी कि संगठन को मजबूत बनाने के लिये रुपानी को अध्यक्ष बनाया गया था।
इस पर आप और कांग्रेस की तरफ से राजनीति शुरू कर दी गई है। गुजरात कांग्रेस की तरफ से कहा जा रहा है कि पता नहीं यहां सरकार कौन चला रहा है। भाजपा के अंदरूनी मामले से आनंदीबेन पटेल तंग है। आप के नेताओं ने इस मामले पर कहा कि गुजरात में आम आदमी पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता के कारण आनंदी बेन पटेल को हटाया गया है, भाजपा कुछ भी कर ले दलितों पर जुर्म का दाग नहीं मिटेगा।
बता दें कि आनंदीबेन पटेल ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि मैंने पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व को पहले ही बताया था कि मुझे इस पद से मुक्त कर दिया जाए आज मैं अपने फेसबुक पर लिखे पत्र के माध्यम से एक बार फिर उनसे कहना चाहुंगी की मुझे इस पद से मुक्त किया जाए।