नई दिल्ली। आज के बढ़ते सोशल मीडिया के दौर में सब कुछ ऑनलाइन हो गया है। डिजटलीकरण के समय में शॉपिंग से लेकर पैसे ट्रांसफर करने तक की सुविधा अब आपसे केवल एक ही बटन की दूरी पर है। आज के समय में फोन का एक बटन दबाइए और घर बैठे आसानी से अपने काम करिए। देश में जब से डिजिटल लेनदेन के लिए UPI का इस्तेमाल ज्यादा बढ़ा है, तब से फ्रॉड की संख्या में भी इजाफा देखने को मिला है। डिजिटल जितना हमारे दैनिक जीवन को सरल बनाता है, उनता ही इसके द्वारा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पिछले कुछ समय से भारत में डिजिटल पेमेंट में इजाफा हुआ है। डिजिटल पेमेंट के लिए ज्यादातर लोग UPI का इस्तेमाल करते हैं।
बिना सोचे समझें किसी भी एप्लिकेशन को डाउनलोड न करें-
बता दें कि आजकल ऑनलाइन फ्रॉड करने वाले एप्लिकेशन के जरिए भी आपकी निजी जानकारी ले लेते हैं। इसलिए बिना सोचे समझें किसी भी एप्लिकेशन को डाउनलोड न करें उसके बारे में पढ़ें और उसके बाद उसे डाउनलोड करें। भीम यूपीआई जैसे सुरक्षित एप्लिकेशन पर ही यूपीआई पिन का इस्तेमाल करें। केवल गूगल प्ले स्टोर और Apple स्टोर द्वारा प्रामाणिक और सत्यापित ऐप्स को ही डाउनलोड करें। UPI के इस्तेमाल से आपको साथ में कैश नहीं होने पर भी परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। हालांकि जैसे-जैसे डिजिटल लेनदेन बढ़ रहा है वैसे-वैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में भी तेजी देखी जा रही है। ऐसे में आज हम आपको सुरक्षित लेनदेन के लिए कुछ जरूरी टिप्स बताने जा रहे हैं। इन बातों का ध्यान रखकर आप ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार होने से बच सकते हैं। अगर आप सुरक्षित डिजिटल लेनदेन करना चाहते हैं तो कभी भी अपना UPI पिन किसी के साथ शेयर ना करें। बता दें कि यूपीआई पिन एटीएम पिन की तरह ही होता है।
फिशिंग अटैक-
फ्रॉड करने वाले आपको SMS के जरिये अनधिकृत भुगतान लिंक भेज सकते हैं। इसलिए किसी अज्ञात संस्था से किसी भी फाइल को डाउनलोड या खोलन से बचें। एंटीवायरस, एंटीस्पायवेयर और फ़ायरवॉल सॉफ़्टवेयर का यूज करें। अपने वेब ब्राउजर को नियमित रूप से अपडेट करें और फिशिंग फिल्ट को एक्टिव करें। पेमेंट के दौरान अपना वन टाइम पासवर्ड (OTP) और यूपीआई पिन किसी को न बताएं। क्योंकि ओटीपी और यूपीआई पिन मिलने के बाद किसी भी अकाउंट से पैसे निकाले जा सकते हैं।