नई दिल्ली। विपक्ष को एकजुट कर सरकार के खिलाफ खड़ा करने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुक्रवार को सभी 18 विपक्षी दलों की एक सार्वजनिक मीटिंग संसद की लाइब्रेरी में आहुत की थी। इस मीटिंग में सभी विपक्षी दलों को आमंत्रित किया गया था। पहले विपक्षी दलों में शुमार रहे जेडीयू को भी इस मीटिंग के लिए आमंत्रण भेजा गया था।
लेकिन अब जेडीयू एनडीए में शामिल हो सरकार के साथ है।ऐसे में उसका इस मीटिंग में शामिल होने का प्रश्न ही नहीं था। लेकिन हाल में हुए जेडीयू और भाजपा के गठबंधन से जेडीयू में कई नेता नाराज चल रहे हैं। जिनमें राज्यसभा सांसद शरद यादव और सांसद अली अनवर का नाम सबसे पहले आ रहा है। जिस दिन दोनों दलों के बीच ये गठबंधन हुआ उसी दिन से ये दोनों नेता लगातार विरोधाभासी बयान देते रहे हैं।
कल विपक्षी एकता के दिखाने के लिए कांग्रेस अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई मीटिंग में जेडीयू के सांसद अली अनवर शामिल हो गये जिसके बाद पार्टी आलाकमान की ओर से उन्हें तुरंत निलंबित कर बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है। इस बात की पुष्टि पार्टी के महासचिव केसी त्यागी ने भी कर दी है।
अपने ऊपर हुई कार्रवाई के बाद अली अनवर ने कहा कि कांग्रेस की जो नीतियां हैं वही देश हित की नीतियां है और जो इनके खिलाफ खड़ा होगा हम उसके साथ हैं। देश हित में किसी अली अनवर को तो आगे आना ही था। जनता हमारे साथ है । इस बात का जबाव जनता अच्छी तरह से देगी। नीतीश कुमार ने महागठबंधन को तोड़ कर भाजपा के साथ नया गठजोड़ कर जब सरकार बनाई थी तो अली अनवर ने कहा था कि उनकी आत्मा दुखी हुई है। क्योंकि जनता ने वोट महागठबंधन को किया था।