कश्मीर में आतंकी बुरहान बानी को सेना के जवानों ने एक एनकाउंटर में मार गिराया था, जिसके बाद से पाकिस्तान एकदम से बौखला सा गया है। कई बार पाकिस्तान को इस बात की कवायद करते देखा गया जिसमें आतंकी बुरहान को हीरो करार दिया गया। बुरहान की मौत को पाकिस्तान ने काला दिवस के तौर पर भी मनाया। यह स्पष्ट करता है कि पाकिस्तान किसी ना किसी प्रकार से आतंक को समर्थन देने से बाज नहीं आता है। पाकिस्तान की बौखलाहट का मंजर कुछ यूं रहा जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने यूएन में दिए गए अपने भाषण के दौरान बुरहान को हीरो बता डाला।
पाकिस्तान का आतंक को बढ़ावा देता देख कई देशों ने खरी खरी सुनाई। पहले रुस और अब अमेरिका ने पाकिस्तान से संबंध समाप्त करने की सोची है। अमेरिका ने तो पाकिस्तान को आतंकी देश साबित करने के लिए बिल भी पास किया है, इस सब से बेखबर पाकिस्तानी प्रधानमंत्री का इस प्रकार से इतने बड़े सभा में एक आतंकी को हीरो बताना निहायत ही शर्म की बात है।
यूएन में नवाज शरीफ का इतना बड़ा झूठ यह साबित करता है कि पाकिस्तान अपने आतंक को समर्थन देने वाली बात को दुनिया से कितना भी छुपाने की बात करें, पर उनकी यह असलियत किसी से छुप नहीं सकती।