अयोध्या: गेहूं की फसल तैयार हो रही है, किसानों को फसल का उचित मूल्य दिलाने की तैयारी अयोध्या में शुरु कर दी गई है। जिले में न्यूनतम समर्थन मूल्य(एमएसपी) पर एक अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरु हो जायेगी।
बढ़ेगी क्रय केंद्रों की संख्या
किसानों की सहूलियत और आसान प्रक्रिया के उद्देश्य से जिला प्रशासन ने क्रय केंद्र बढ़ाने की बात कही है। डीएम के आदेश के बाद अब 50 क्रय केंद्र तैयार किए जा रहे हैं। जहां आसानी से किसान अपनी फसल को एमएसपी पर बेच पायेंगे।
पांच एजेंसियां करेंगी खरीद
किसानों से गेहूं को खरीदने के लिए कुल 5 एजेंसियों को लगाया गया है। इसमें खाद्य विभाग, पीसीएफ, पीसीयू, यूपीएसएस और भारतीय खाद्य निगम शामिल हैं। इन सभी क्रय एजेंसियों की यह जिम्मेदारी होगी कि सभी किसानों को फसल का सही दाम मिले। साथ ही एमएसपी को लेकर फैले डर को भी मिटाने की कोशिश होगी।
पंजीकरण होगा आवश्यक
इस बार केंद्र सरकार के द्वारा गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1975 रुपये प्रति कुंटल निर्धारित किया गया है। सभी पंजीकृत किसान ही इन क्रय केंद्रों पर अपनी फसल बेच पायेंगे। किसी भी बाहरी को यहां की सुविधा का फायदा नहीं मिलेगा।
खरीद के लिए ई-पॉप मशीन का इस्तेमाल किया जायेगा। पंजीकरण के लिए किसान जन सुविधा केंद्र की सहायता ले सकते हैं, वहां आसानी से पंजीकरण करवाया जा सकेगा। एक अप्रैल की तैयारियों को लेकर एक मीटिंग भी होनी है, जिसमें अधिकारियों को प्रशिक्षण और जरूरी निर्देश दिया जाना है। यह बैठक डीएम की अध्यक्षता में 23 मार्च को होगी।
एमएसपी के लिए ही छिड़ा है आंदोलन
पिछले कई दिनों से दिल्ली के बॉर्डर पर किसान आंदोलन कर रहे हैं। उनकी मांग एमएसपी से ही जुड़ी हुई है, तीन किसान कानूनों को हटाने की मांग भी जारी है। अब योगी सरकार प्रदेश में गेहूं की फसल एमएसपी पर खरीदकर बड़ा संदेश देने जा रही है।
इस किसान आंदोलन का खूब राजनीतिक इस्तेमाल भी हो रहा है। विपक्ष इसको मुद्दा बनाकर अपनी राजनीतिक जमीन मजबूत कर रहा है। प्रियंका गांधी से लेकर अखिलेश यादव और अरविंद केजरीवाल किसान पंचायत का हिस्सा बन रहे हैं। यहीं से सरकार पर निशाना साधा जा रहा है।