पणजी। गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने हाल में लड़कियों के शराब पीने को लेकर एक बयान दिया था, जिसके बाद उनके इस बयान ने खूब सुर्खिया बटोरी थी। वहीं अब उन्होंने अपने राज्य को स्वच्छा बनाए रखने के लिए गोवा आने वाले पर्यटकों से आह्नान किया है कि आप लोगों का गोवा में स्वागत है, लेकिन कृप्या करके सड़क किनारे पेशाब न करे और राज्य में कचरे की समस्या को न बढ़ाएं। बता दें कि गोवा के कृषि मंत्री विजय सरदेसाई के घरेलू पर्यटकों पर दिए गए विवादास्पद बयान के बाद पार्रिकर ने ये बयान दिया है। कृषि मंत्री ने घरेलू पर्यटकों, खासकर उत्तर भारत और उसमे विशेष रुप से हरियाणा और दिल्ली से आने वाले पर्यटकों पर निशाना साधते हुए उन्हें धरती की गंदगी बताया था।
उन्होंने कहा था कि उत्तर भारत से आए पर्यटक गोवा को हरियाणा में बदल देंगे। हालांकि बाद में उन्होंने अपने बयान को गलत तरीके से पेश किए जाने का आरोप लगाया था। उन्होंने बढ़ते विवाद को देखते हुए बाद में कहा था कि खराब व्यहवार करने वाले घरेलू पर्यटकों के एक हिस्से के बारे मैं कह रहा था न की सभी के बारे में। उनके इसी बयान पर सीएम पर्रिकर ने कहा कि सरदेसाई के बयान से राज्य के पर्यटन पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। उन्होंने कहा कि सरदेसाई के शब्द सही नहीं थे लेकिन इसका आशय हिंसा फैलाने या किसी की भावनाए आहत करने से नहीं था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोवा में सभी लोगों का स्वागत है, बस एक शर्त है कि वे सड़कों पर पेशाब न करें और कचरा ना फैलाएं। उन्होंने कहा कि सरदेसाई ने मुझसे पूछा है कि क्या इससे पर्यटन पर प्रभाव पड़ेगा? सीएम ने कहा कि मुझे लगता है कि इससे प्रभाव पड़ेगा और मैं दुनिया के किसी भी हिस्से के अच्छे और जिम्मेदार पर्यटक को पसंद करूंगा। स्थानीय लोगों के लिए भी समाजिक व्यवहार के मूलभूत नियम लागू होते हैं।
सीएम ने कहा कि सरदेसाई को ऐसे शब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए था। मैंने उनसे बात की, उनका ऐसा इरादा नहीं था लेकिन उनका तर्क गलत नहीं है। सरदेसाई के बयान को गलत तरीके से पेश किया गया और उन्होंने अगले दिन अपनी गलती सुधार ली थी। गौरतलब है कि गोवा के सीएम मनोहर पर्रिकर ने एक विवादित बयान दिया था जिसमें उन्होंने कहा था कि लड़कियों के बीयर पीने से उन्हें डर लगता है। हालांकि बाद में उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया है।