लखनऊ: भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय लखनऊ के पर्यावरण विज्ञान विभाग द्वारा भूजल सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। 22 जुलाई 2021 तक चलने वाले इस कार्यक्रम में आज दिनांक 19 जुलाई 2021 को राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन किया गया।
वेबिनार का हुआ आयोजन
यह वेबिनार “अंडरस्टैंडिंग द रोल ऑफ ग्राउंड वाटर इन अर्बन डेवलपमेंट” विषय पर आयोजित किया गया। वेबिनार विश्वविद्यालय के कुलपति आचार्य संजय सिंह के संरक्षण में आयोजित हुआ।
भूजल से पानी की आ रही समस्या
वेबिनार के मुख्य वक्ता डॉ सुरेश के. रोहिला, सीनियर डायरेक्टर, सेंटर फॉर साइंस एंड एनवायरनमेंट, नई दिल्ली ने वेबिनार में शहरी क्षेत्रों में जल प्रबंधन और सतत शहरी विकास से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने बताया कि किस तरह से भारत में शहरी क्षेत्रों में इंफ्रास्ट्रक्चर और अन्य विकास कार्यों में अनियमित भूजल के प्रयोग से पीने के पानी की समस्या खड़ी हो गई है।
अच्छी बारिश के बाद भी पानी समस्या
उन्होंने विभिन्न शहरों की हाइड्रोलॉजिकल एवं जियोलॉजिकल पहलुओं की जानकारी के आधार पर जल संरक्षण व संचयन की योजना बनाने, बेहतर शहरी विकास योजना, भूजल के सतत प्रयोग, जल निकायों का सर्वेक्षण के बाद उसके विकास से जुड़ी योजनाएं बनाने एवं वाटर रिचार्ज से जुड़े कई अहम सुझाव भी दिए।
विश्वविद्यालय के डीन एकेडमिक अफेयर्स प्रोफेसर राणा प्रताप सिंह ने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में भूजल से जुड़ी कई समस्याओं पर चर्चा करते हुए कहा कि अलग-अलग शहरों की भूजल से जुड़ी कोई भी माइक्रो लेवल स्टडी उपलब्ध न होने के कारण सही जल संरक्षण योजना तैयार नहीं हो पाती। उन्होंने बेहतर जल संरक्षण योजना बनाने के साथ ही उसके सख्ती से पालन की आवश्यकता पर बल दिया।
पर्यावरण विज्ञान विभाग के अध्यक्ष नवीन कुमार अरोरा ने कार्यक्रम में सभी का स्वागत करते हुए बताया कि अच्छी बारिश के बाद भी हम पानी की समस्या झेल रहे है। जिसका मुख्य कारण वाटर रिचार्ज, रीसायकल और रेन वाटर हार्वेस्टिंग के नियमों का पालन नहीं होना है। इसके साथ ही हमें बेहतर जल प्रबंधन नीतियों की भी आवश्यकता है।
वेंकटेश दत्ता ने मुख्य वक्ता का परिचय प्रस्तुत किया। साथ ही उन्होंने बताया कि इस भूजल सप्ताह में विवि द्वारा कई कार्य किये जा रहे हैं। विवि द्वारा गोद लिए गए पांच गांवों में जल की गुणवत्ता जांचने के साथ ही जल निकायों की स्थिति का भी सर्वेक्षण किया जा रहा है। लोगों को जल संरक्षण के प्रति जागरूक भी किया जा रहा है।
कार्यक्रम का संचालन राजश्री द्वारा किया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम में आयोजन मंडल के सदस्य एसके द्विवेदी, प्रो. शिखा, डॉ. जीवन सिंह, डॉ. नरेंद्र कुमार, एन.क.एस मोरे समेत विवि के अन्य शिक्षक, विद्यार्थी एवं शोध छात्र उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में डॉ राजश्री ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित किया।
भूजल सप्ताह में विवि के विद्यार्थियों के लिए “वाटर कंसर्वेशन इज़ ए रेसोल्यूशन, देयर इज़ नो ऑप्शन ऑफ इट” विषय पर एक पोस्टर प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया है। इच्छुक विद्यार्थी दिनांक 21 जुलाई 2021 तक दिए गए विषय पर अपने द्वारा बनाये गए पोस्टर eventsdes2021@gmail.com पर भेज सकते हैं। सर्वश्रेष्ठ तीन चयनित विजेताओं को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा।