एजेंसी, नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने रविवार को कहा कि प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनने की उनकी न तो कोई महत्वाकांक्षा है और न ही राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की उन्हें उम्मीदवार के रूप में पेश करने की कोई मंशा है. आगामी लोकसभा चुनाव में खंडित जनादेश आने की स्थिति में भाजपा द्वारा गडकरी को प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार के तौर पर पेश करने को लेकर लग रहीं अटकलों के बीच पार्टी के वरिष्ठ नेता ने कहा कि वह दौड़ में नहीं हैं. उन्होंने जोर देकर कहा कि उनका मंत्र ‘अथक काम’ करना है।
गडकरी ने कहा, ‘मैंने न तो राजनीति और न ही काम में कोई हिसाब-किताब किया, कभी कोई लक्ष्य तय नहीं किया. मैं तो चला, जिधर चले रास्ता. जो काम दिखा, करता गया. मैं अपने देश के लिए सर्वश्रेष्ठ काम करने में भरोसा करता हूं.’ भाजपा की ओर से उन्हें प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाये जाने संबंधी अटकलों को खारिज करते हुए गडकरी ने स्पष्ट किया कि ‘न तो मेरे दिमाग में ऐसा कुछ है और न ही संघ की ऐसी कोई मंशा है. हमारे लिए देश सबसे ऊपर है।’
“मैं सपने नहीं देखता, न तो मैं किसी के पास जाता हूं और न ही लॉबिंग करता हूं. मैं इस दौड़ में नहीं हूं. मैं अपने दिल से आपको यह बात बता रहा हूं। वह यह नहीं जानते कि लोग क्या सोच रहे हैं, लेकिन उनका ‘इससे दूर-दूर तक कोई वास्ता’ नहीं है” – नितिन गडकरी