- भारत खबर || नई दिल्ली
अगस्त की शुरुआत में अमेरिका ने चीनी वी चैट पर प्रतिबंध लगाने की घोषणा की थी जिसके बाद अब चीन ने एक्शन लेना शुरू कर दिया है। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने गुरुवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में वीडियो साझा करते हुए कहा कि अगर वीचैट पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है तो चीनी नागरिक आईफोन और एप्पल #Apple के उत्पाद को छोड़ने को तैयार हैं।
माना जा रहा है कि चीन ने खुले शब्दों में अमेरिका को यह धमकी दी है कि वीचैट पर प्रतिबंध लगा तो चीनी नागरिक एप्पल आईफोन का इस्तेमाल करना बंद कर देंगे। आपको बता दें कि इस महीने की शुरुआत में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक कार्यकारी आदेश पर हस्ताक्षर किए, जो अगले महीने से शुरू होने वाले वीचैट से जुड़े सभी अमेरिकी लेनदेन को रोक देगा।
95 फीसद चीनी एप्पल छोड़ने को तैयार
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि चीन में सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म वीबो ने एक सर्वेक्षण किया है जिसमें 95% चीनी नागरिकों का मत है कि अगर वीचैट को बैन कर दिया गया तो नागरिक एप्पल आईफोन का इस्तेमाल करना बंद कर देंगे।
1.2 बिलीयन से अधिक हैं एप्पल के चीनी उपभोक्ता
आपको बता दें कि चीन में 1.2 बिलीयन से अधिक एप्पल के उपभोक्ता हैं अगर वह वीचैट के प्रतिक्रिया स्वरूप एप्पल पर प्रतिबंध लग जाता है या लोग इसका इस्तेमाल करना छोड़ देते हैं तो सीधे तौर पर चाइना का अमेरिका के ऊपर बहुत बड़ा हमला होगा और इसे एक प्रतिक्रिया के स्वरूप में देखा जा रहा है।
झाओ लिजान का आरोप यह भी है
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजान ने यह भी आरोप लगाया है कि वाशिंगटन राष्ट्रीय सुरक्षा की आड़ में विदेशी कंपनियों पर प्रतिबंध लगा रहा है जो बिल्कुल भी बर्दाश्त करने के योग्य नहीं है वीचैट पर प्रतिबंध करना भी आर्थिक रूप से हमले का एक प्रकार है इस तरह की कार्यवाही से बीजिंग और वाशिंगटन के बीच तल्ख़ियां बढ़ती रहेंगी ट्रंप प्रशासन ने जिस तरह से दर्जनों फर्मों पर निशाना साधा है उससे चीनी सरकार चाह कर भी सहयोग करने में अक्षम है खास तौर पर हुआ ही पर प्रतिबंध लगाने के बाद किए गए सर्वे में चीनी नागरिकों ने एप्पल आई फ़ोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध यशोदा छोड़ देने पर सहमति जताई है।