बटिंडा। भारत और पाकिस्तान के रिश्ते कैसे है… शायद ये बात आपको बताने की जरुरत नही हैं। लगातार एलओसी पर हो रही गोलाबारी के चलते आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पंजाब के बटिंडा पहुंचे। जहां पर उन्होंने लोगों को 926 करोड़ रुपए की लागत वाले एम्स का तोहफा दिया। बटिंडा आने से पहले जहां एक ओर पीएम मोदी ने संसदर परिसर में विपक्ष पर कालेधन को लेकर जमकर निशाना साधा तो वहीं उनकी ये गरनजा बटिंडा में भी बरकरार रही।
बटिंडा में रैली को संबोधित करते हुए मोदी जी ने दिल्ली की तरह ही कालेधन के मुद्दे पर आलोचकों पर निशाना साधा..तो वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान को भी आड़े हाथ लिया। बटिंडा के मंच से प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को ललकारते हुए एक बार फिर से सिंधु जल समझौते का मुद्दा उठाया। उन्होंने कहा कि इस समझौते में हिंदुस्तान के हक का पानी पाकिस्तान में बह जाता है। लेकिन अब मैं उस पानी की बूंद-बूंद रोककर पंजाब, जम्मू-कश्मीर और भारत के किसानों के लिए लाउंगा।
इसके साथ ही उन्होंने कहा सिंधु जल समझौते के तहत पाकिस्तान की ओर बहने वाले जल पर भारत का अधिकार है। पाकिस्तान होकर जल समुद्र में चला जाता है। वह जल भारतीय किसानों का है। हम अपने किसानों को पर्याप्त पानी देने के लिए हरसंभव प्रयास करेंगे।
कालेधन पर रोक लगाना जरुरी :-
पंजाब के बठिड़ा में एम्स के लोकार्पण के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जनसभा को सम्बोदित करते हुए कहा कि हम देश के हित में जो भी फैसला लेते है। उस पर तय करते हैं कि क्या समय सीमा होगी और कितनी लागत होगी। आज पूरा देश हमारी नोटबंदी को सराह रहा है लेकिन विपक्ष के कुछ लोग आज भी कराह रहे हैं। किसी भी अच्छी शुरूआत में कुछ कष्ट होता है। लेकिन आने वाले समय में यह सभी देशवासियों के लिए एक बेहतर कल लायेगा। क्योंकि ये चोट उन कालेधन के सौदागरों पर की गई है। जो विकास के मद का पैसा कालेधन के रूप में जमाकर रखे हुए थे। परेशानी जनता से ज्यादा उनको हो रही है।