झारखंड – झारखण्ड के रांची जिले से धोकाधड़ी का मामला सामने आया है। बतादे कि मानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाली दिया सेवा संस्थान की सचिव सीता स्वांसी और उनके छोटे बेटे पर बरियातू थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई है। 13 साल के एक बच्ची के बयान पर बरियातू थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
यह है पूरा मामला –
बताया जा रहा है कि 13 साल की एक बच्ची को पढ़ाई लिखाई के नाम पर दिया सेवा संस्थान के हॉस्टल में लाया गया था। साथ ही बच्ची के दो भाई को भी उसी हॉस्टल में रहकर पढ़ाई लिखाई के नाम पर लोहरदगा से ला कर रखा गया था। लेकिन उस बच्ची को घरेलू काम में लगाकर रखा गया। बच्ची ने यह भी बताया कि संस्था में रहने के दौरान कभी कभी स्टाफ के द्वारा पढ़ाई कराई जाती थी। लेकिन ज्यादातर घरेलू काम जैसे किचन की साफ सफाई, बर्तन धोना, खाना बनाना सहित अन्य काम में लगा रखा था। इसके बावजूद दोपहर में भरपेट खाना नही मिलता था। हमेशा प्रताड़ित किया जाता था।
सीता स्वामी के बेटे ने भी की बच्ची के साथ छेड़छाड़ –
पीड़िता ने बताया है कि पिछले चार-पांच महीने पहले सीता स्वांसी के छोटे बेटे ने छेड़छाड़ की। इस तरह वह हमेशा छेड़छाड़ करता था। बताया जा रहा है कि एक दिन सीता स्वांसी के बेटे ने बच्ची को जबरन पकड़ना चाहा इस बीच सीता के बेटे को थप्पड़ मार कर वह घर से निकल गई और कुछ लोगों सहयोग से प्रेमाश्रय पहुंच गई। प्रेम आश्रय में ही बच्ची का बयान दर्ज हुआ। बच्ची ने कहा है कि वह अब दिया सेवा संस्थान नही जाना चाहती है। पुलिस ने बच्ची के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि हॉस्टल में रहकर पढ़ाई लिखाई के नाम पर उसके माता-पिता सीता स्वांसी की संस्थान दिया सेवा संस्था में छोड़कर गुजरात चले गए थे।