काठमांडू। नेपाल के दो दिवसीय दौर पर गई विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने काठमांडू में नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल प्रचंड से मुलाकात की। इसके अलावा विदेश मंत्री ने सीपीएन युएएम के प्रमुख केपी शर्मा ओली से भी मुलाकात की और हालिया चुनाव में हुई उनकी पार्टी की शानदार जीत को लेकर उन्हें बधाई दी। इस बात की जानकारी देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने ट्वीट कर कहा कि भारत और नेपाल के बीच विशेष संबंधों को और मजबूती देने पर विस्तृत चर्चा हुई। आपको बता दें कि विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की ये सांतवी नेपाल यात्रा है। हालांकि दिसंबर में तीन स्तरीय चुनावों के संपन्न होने के बाद वे पहली बार नेपाल पहुंची थी।
गौरतलब है कि ये यात्रा ऐसे वक्त पर तय की गई है, जब भारत ओली और उनकी पार्टी के साथ अपने संबंधों में सुधार करना चाहता है। पिछले कुछ वक्त से भारत और नेपाल के रिश्ते में खटास देखने को मिली है। नेपाल के नए संविधान को लेकर ओली ने भारत पर निशाना साधते हुए कहा कि वह नेपाल के कार्यों में बाधा उत्पन्न कर रहा है। 2015 में नेपाल में नए संविधान की नींव रखी गई थी, नेपाल में नया संविधान 20 सितंबर 2015 को लागू हुआ था। हालांकि मधेसी समुदाय के लोगों ने इसका जमकर विरोध भी किया था। उनका कहना था कि उनके अधिकारों का हनन किया जा रहा है।हालांकि अब दोनों देशों के बीच रिश्तों को मजबूती दी जा रही है।