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 देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा अब थमी, सड़कों पर हुई अजीब सी शांति

दिल्ली में शांति  देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा अब थमी, सड़कों पर हुई अजीब सी शांति

नई दिल्ली। देश की राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा अब थम गई है. दिल्ली में हिंसा की कोई बड़ी घटना नहीं हुई है, लेकिन शहर में अभी भी अजीब-सी शांति है. और हर किसी को आशा है कि दिलवालों की दिल्ली में अमन जल्द ही लौटेगा. दिल्ली में हिंसा में हुई मौतों का आंकड़ा बढ़ गया है और गुरुवार सुबह तक 34 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं. हाई कोर्ट की फटकार के बाद केंद्र और राज्य सरकार एक्शन में आई है, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर दिल्ली की सड़कों पर उतर लोगों से बात की और उन्हें भरोसा दिलाया.

10.18 AM: दिल्ली हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. गुरुवार सुबह गुरु तेग बहादुर अस्पताल की ओर से नया आंकड़ा जारी किया गया है. अस्पताल के अनुसार, अबतक दिल्ली हिंसा में 34 लोगों की मौत हो गई है.

गुरु तेग बहादुर अस्पताल: 30

LNJP अस्पताल: 2

JPC अस्पताल: 1

एक पुलिसकर्मी (रतनलाल)

09.52 AM: हाई कोर्ट के जज का ट्रांसफर होने पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने सवाल खड़े किए हैं. राहुल ने अपने ट्वीट में जस्टिस लोया को याद किया और लिखा कि बहादुर जज लोया को नमन, जिनका ट्रांसफर नहीं किया गया था.

09.20 AM: दिल्ली हाई कोर्ट के जज का ट्रांसफर होने पर प्रियंका गांधी ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा आधी रात में जस्टिस मुरलीधर का तबादले से हैरानी हुई. सरकार न्याय का मुंह बंद करना चाहती है.

09.00 AM: दिल्ली फायर डिपार्टमेंट का कहना है कि रात 12 बजे से सुबह 8 बजे तक हिंसा प्रभावित क्षेत्रों से 19 फोन आए. इस दौरान 100 से अधिक फायरमैन को मदद के लिए भेजा गया है.

08.50 AM: दिल्ली के मौजपुर इलाके में जहां पर सबसे पहले हिंसा भड़की थी. उस जगह अब सबकुछ शांत होने लगा है, यहां पर वाहनों का चलन बढ़ने लगा है. हालांकि, अभी भी सुरक्षाबलों की भारी तैनाती है.

08.36 AM: राजधानी दिल्ली में हुई हिंसा में मरने वालों का आंकड़ा बढ़ गया है. गुरुवार सुबह गुरु तेग बहादुर अस्पताल में एक और व्यक्ति की मौत हो गई. इसी के साथ अब मरने वालों की संख्या 28 हो गई है.

उत्तर पूर्वी इलाके में तीन दिन तक उपद्रवियों ने तांडव मचाया और कई इलाकों में आगजनी, पत्थरबाजी, लूटपाट की घटनाएं सामने आईं. अस्पताल की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, दिल्ली हिंसा में अभी तक 28 मौतें हुई हैं. इनमें 26 मौत गुरु तेग बहादुर अस्पताल और 2 LNJP अस्पताल में हुईं. इसके अलावा घायलों की संख्या 150 से अधिक है. दिल्ली हिंसा पर बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई हुई, इस दौरान अदालत ने दिल्ली पुलिस पर सवाल खड़े किए. कोर्ट की फटकार के बाद पुलिस एक्शन में आई और अबतक 18 FIR दर्ज की गई, 106 लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है. हाई कोर्ट ने इस दौरान बीजेपी नेता कपिल मिश्रा, अनुराग ठाकुर, प्रवेश वर्मा के बयानों को अदालत में चलवाया.

हिंसा के माहौल को देखते हुए दिल्ली सरकार ने अभी स्कूलों को बंद रखने का फैसला लिया है. उत्तर पूर्व इलाके के सभी स्कूल बंद रहेंगे, वहीं CBSE की गुरुवार को होने वाली परीक्षा भी रद्द कर दी गई है. हिंसा के तीन दिन बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय एक्टिव हुआ और अब दिल्ली की सड़कों पर अर्धसैनिक बलों की तैनाती को बढ़ा दिया गया है. दिल्ली में अब 45 अर्धसैनिक बलों की कंपनियां तैनात की गई हैं. दिल्ली के चांदबाग, गोकुलपुरी, मौजपुर, जाफराबाद इलाके में अभी भी भारी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं.

दिल्ली की हिंसा पर कांग्रेस पार्टी केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर हमलावर है. बुधवार को खुद कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी मीडिया के सामने आईं और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को हिंसा का जिम्मेदार बताया. अब आज कांग्रेस पार्टी का एक प्रतिनिधिमंडल राष्ट्रपति भवन तक मार्च करेगा, साथ ही राष्ट्रपति से मुलाकात भी करेगा. कांग्रेस के हमले पर भारतीय जनता पार्टी भी हमलावर है, बुधवार को ही बीजेपी की ओर से केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद, प्रकाश जावड़ेकर ने कांग्रेस को जवाब दिया और 1984 का दंगा याद दिलाया. बीजेपी ने आरोप लगाया कि इस वक्त शांति का संदेश देने का समय है, लेकिन कांग्रेस पार्टी राजनीति करने में लगी है.

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