टिहरी। सूबे में जहां चुनावी पारा लगातार पहाड़ को गरम किए है, वहीं इस चुनावी मौसम में अब एक बार फिर पहाड़ पर टिहरी विस्थापन का दर्द झेल रहे ग्रामीणों ने चुनाव 2017 के बहिष्कार की चेतावनी देकर सरकार और अन्य दलों की नींदे उड़ा दी हैं। टिहरी झील प्रभावित नंदगांव के ग्रामीणों ने सरकार को चेतावनी देते हुए घोषणा की है कि अगर दिसम्बर तक उनका विस्थापन ना हुआ तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
सूबे में लंबे समय से विस्थापन की मांग कर रहे टिहरी झील प्रभावित नंदगांव के ग्रामीणों ने कहा कि झीट से सटे होने के कारण भूस्खलन और धंसाव के चलते मकानों में दरारें आ चुकी हैं। कई मकान ढक चुके हैं। हम करीब 12 सालों से विस्थापन की मांग कर रहे हैं। सरकारें आती हैं और चली जाती हैं लेकिन हमारे हालात वैसे ही हैं। अगर दिसम्बर तक सरकार ने हमारी मांग को पूरा ना किया तो हम इस बार विधान सभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे।
इतना ही नहीं इस बार ग्रामीणों का कहना है कि सरकार का कोई आश्वासन आज तक पूरा नहीं हुआ है अगर हमारी मांगे नहीं मानी गई तो हम 7 दिसम्बर से आमरण अनशन पर बैठेंगे। नंदगांव विस्थापन समिति के अध्यक्ष सोहन सिंह ने कहा कि अगर दिसम्बर तक सरकार ने इस बारे में कोई ठोस कदम ना उठाया तो गांव के लोग चुनाव का बहिष्कार तो करेंगे इसके साथ ही किसी भी पार्टी के नेताओं को गांव में आने तक नहीं देंगे।