इन दिनों भारत और चीन के बीच में खासा तनातनी का माहौल देखा जा रहा है। आए दिन इससे जुड़ा हुआ कोई ना कोई मुद्दा सुर्खियों में अपनी जगह बना रहा है। लेकिन हमेशा यह सिद्ध करता रहा है कि वह पीछे हटने वालों में से नहीं है। चाहे वो जंग का क्षेत्र हो या फिर खेल का मैदान। ऐसे में एक बार फिर से भारत ने चीन को खेल के मैदान में शिकस्त दी है। दरअसल भारतीय स्टार मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने रिंग पर चीन के मुक्केबाज को हरा दिया और डब्ल्यूबीओ एशिया पैसिफिक सुपर मिडिलवेट खिलाब जीत लिया।

चीनी मुक्केबाज जुल्फिकार मैमेतिअली को भारतीय मुक्केबाज विजेंदर सिंह ने 96-93, 95-94, 95-94 अकों से हराया। इस फाइट में खास बात यह है कि प्रोफेशनल मुक्केबाजी में आने के बाद विजेंदर सिंह ने और चीनी मुक्केबाज जुल्फिकार ने एक भी फाइट नहीं हारी थी। लेकिन इस बार चीनी मुक्केबाज ने भारतीय मुक्केबाज के सामने घुटने टेक दिए। विजेंदर सिंह ने चीनी मुक्केबाज को सर्वसम्मत फैसले से हराया। विजेंदर सिंह ने जहां एक तरफ इस मैच में जीत हासिल की तो दूसरी तरफ उन्होंने डब्ल्यूबीओ ओरिएंटल सुपर मिडिलवेट का खिलाब भी अपने नाम किया।
विजेंदर सिंह की यह 9वीं जीत है। इसमें देखने वाली बात यह है कि इस दिनों डोकलाम मुद्दे पर चीन और भारत के बीच में खासा तनातनी का माहौल देखा जा रहा है। इस सब के बीच विजेंदर सिंह का कहना था कि चीनी उत्पाद ज्यादा वक्त तक नहीं चलता है। लेकिन मुकाबले के बाद उन्होंने कहा है कि वह चीनी मुक्केबाज के प्रदर्शन से काफी प्रभावित हुए हैं। इस सब के बीच दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने के लिए विजेंदर सिंह ने जो बेल्ट जीती वह चीनी मुक्केबाज को भेंट कर दी। उनका कहना था कि वह बेल्ट जुल्फिकार को वापस देना चाहते हैं क्योंकि वह दोनों देशों के बीच में शांति चाहते हैं। उन्होंने कहा है कि शांति का संदेश सबसे महत्वपूर्ण होता है।