सिरियस फ्रॉड इंवेस्टिगेशन अॉफिस (एसएफआईओ) आईसीआईसीआई बैंक की ओर से वीडियोकॉन को जारी लोन के मामले में जांच के लिए कॉरपोरेट मंत्रालय की अनुमति की प्रतीक्षा कर रही है। उल्लेखनीय है कि 2012 के दौरान बैंक ने 3,250 करोड़ रुपए का लोन वीडियोकॉन कंपनी को दिया था। एसएफआईओ सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक इस मामले में बैंक की भारी राशि शामिल है| इसलिए एजेंसी इसकी जांच करना चाहती है। एसएफआईओ ने पिछले सप्ताह मंत्रालय को अनुमति के लिए पत्र भेजा था।
ह्विसलब्लोअर ने एसएफआईओ के मुंबई कार्यालय को एक पत्र भेजकर पिछले महीने मामले की जानकारी दी थी। इस पत्र में कॉरपोरेट सर्किल में चल रहे भ्रष्टाचार के बारे में बताया गया है। जानकार सूत्रों के मुताबिक कॉरपोरेट मंत्रालय इस संबंध में इस सप्ताह कोई फैसला ले सकता है। दिल्ली स्थित एसएफआईओ कार्यालय में संयुक्त निदेशक संजय सूद ने भी इस जानकारी से इनकार नहीं किया।
हालांकि दूसरे सूत्र के मुताबिक सीबीआई की ओर से शुरू की गई प्राथमिक जांच के मुताबिक इस मामले में किए गए लेन-देन को लेकर एसएफआईओ की जांच की जरूरत है। इस बीच आयकर विभाग ने इस मामले में स्वतः जांच शुरू कर दिया है। विभाग की प्रवक्ता सुरभि आहलूवालिया के मुताबिक दीपक कोचर की कंपनी नूपावर को नोटिस जारी किया गया है।