नई दिल्ली। अपनी मजबूत सैन्य व्यवस्था का दावा करने वाले चीन का हाल उसके सामानों की तरह हो गया है। जैसे उसके सामानों के लिए कहा जाता है, कि चले तो चांद तक ना चले तो शाम वही हाल उसके सैन्य उपकरणों का भी है। इन दिनों रूस में कई देशों के सेना के टैंक के बीच एक मुकाबला चल रहा है। जिसमें भारत, चीन, रूस समेत कई देशों ने हिस्सा लिया है। भारतीय सेना इस प्रतियोगिता के दूसरे राउंड में पहुंचने में कामयाब रही है। पहले राउंड में रूस पहले स्थान पर और भारत चौथे स्थान पर रहा है।
लेकिन प्रतियोगिता के दौरान चीनी सेना के टैंक के साथ एक बड़ा हादसा हुआ। इसमें तेज रफ्तार में भाग रहा चीनी आर्मी का टैंक एकाएक लड़खड़ा गया। जिसके चलते उसके टैंक के कई हिस्से अलग-अलग होकर बिखर गये। इसके बाद चीनी आर्मी पहले राउंड में बिना चयन के बाहर हो गई । चीनी आर्मी को इस प्रतियोगिता में अपने खराब सैन्य उपकरण के कारण शर्मिंदा होना पड़ा है। इसके साथ ही चीन के सैन्य उपकरणों पर एक बार फिर सवालिया निशान लग गया है।
दूसरे राउंड में पहुंची टीमों के बीच अगले 3 दिनों तक ये मुकाबला होगा। जिसमें टैंक के अलावा हथियार के भी चलाने की प्रतियोगिता होगी। दूसरे चरण में 48 किलोमीटर की रेस होगी जिसमें टैंक को अपना करतब दिखाना होगा। दूसरे राउंड में टॉप 4 टीमें अगले राउंड के लिए जायेंगी। जो कि फाइनल राउंड होगा। भारतीय सेना का मुकाबला 10 तारीख को होना है। इस प्रतियोगिता की फाइनल रेस 12 तारीख को होगी।