देश में इन दिनों राष्ट्रपति चुनाव को लेकर राजनीति का माहौल गर्माया हुआ है। राष्ट्रपति चुनाव को लेकर एनडीए और विपक्ष के प्रत्याशी अपना अपना चुनाव प्रचार करने में जुटे हुए हैं। ऐसे में उपराष्ट्रपति चुनाव भी आजकल सुर्खियों में छाया हुआ है। उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष खासी रणनीति बनाने में लगा हुआ है। जिसके तहत उपराष्ट्रपति चुनाव की तैयारियों को लेकर 11 जुलाई को विपक्ष की अहम बैठक होने वाली है।
उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्ष की अहम बैठक 11 जुलाई को दिल्ली में होने वाली है। राष्ट्रपति चुनाव में लगभग असफल कांग्रेस अब उपराष्ट्रपति चुनाव को लेकर नई रणनीति के साथ उतरना चाहती है। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इसको लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से भी संपर्क किया है। उपराष्ट्रपति चुनाव में अपनी जीत पक्की करने के लिए विपक्ष की तरफ से तमाम प्रयास किए जा रहे है। विपक्ष अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अपनी तरफ लाने के प्रयास में जुटी हुई है।
नीतीश कुमार को मनाने के प्रयास लगातार विपक्ष की तरफ के किए जा रहे हैं। आपको बता दें कि राष्ट्रपति चुनाव में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने एनडीए उम्मीदवार रामनाथ कोविंद को समर्थन किया है। जिसके बाद विपक्ष की एकजुटता पर कई सवाल उठे है। वहीं बिहार में महागठबंधन नेता आपस में एक दूसरे पर लगातार वार-पलटवार कर रहे हैं।
राष्ट्रपति चुनाव के मामले में एनडीए के साथ खड़ी जेडीयू अब उपराष्ट्रपति चुनावों में विपक्ष के साथ जाएगी। इसके संकेत जेडीयू के महासचिव के सी त्यागी ने बुधवार को दिए थे। त्यागी ने कहा कि विपक्ष जो भी साझा उम्मीदवार चुने, जेडीयू उसके साथ है। त्यागी ने कहा था कि उप राष्ट्रपति के चुनाव के लिए फिर से उन्हीं 17 पार्टियों की बैठक बुलाकर सबकी सहमति से विपक्ष के उम्मीदवार का चयन होना चाहिए।