दुनियाभर में 21 फरवरी को अंतरराष्ट्रीय मातृभाषा के रुप में मनाया जा रहा है। इस मौके पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने देशवासियों को मातृभाषा दिवस की बधाई देते हुए कहा कि अपनी भाषा को बढ़ावा दें। इतना ही नही बल्कि उपराष्ट्रपति नायडू ने हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, मलयालम, कन्नड़, तेलगु, ओड़िया, बंगाली, सहित कई अन्य भाषाओं में ट्वीट किया।
भाषा ही है सबकी पहचान
उपराष्ट्रपति ने हिंदी में अपने संदेश में लिखा कि मातृभाषा दिवस पर सभी को शुभकामनाएं। हालाकि उन्होने यह भी कहा कि अलग-अलग भाषा ही हमारी संस्कृति का आधार है। अलग-अलग भाषाएं केवल संवाद का माध्यम नही है, बल्कि ये भाषाएं हमें हमारी पहचान को भी बताती है। सभी लोगों को प्राथमिक शिक्षा के साथ ही प्रशासनिक कार्यों में भी अपनी भाषा को प्रयोग में लाने की आवश्यकता है , जिससे मातृभाषा को अलग पहचान मिलने के साथ भाषा को बढ़ावा भी मिलेगा।
भाषाओं को बढ़ावा देने की अपील
उपराष्ट्रपति नायडू ने मातृभाषा दिवस के एक दिन पहले तीन पन्नों के पत्र में सभी सांसदों से भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने की अपील की थी। उपराष्ट्रपति ने कहा कि सबसे पहले बोली गई और सीखी गई भाषा मानव जीवन की आत्मा स्वरुप है।