नई दिल्ली। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने विश्व पर्यटन दिवस के अवसर पर आज नई दिल्ली में राष्ट्रीय पर्यटन पुरस्कार 2017-18 प्रदान किए। विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत कुल 76 पुरस्कार प्रदान किए गए। केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रहलाद सिंह पटेल, संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडबल्यूटीओ) के महासचिव ज़ुराब पोलोलिकाशविली, पैराग्वे की पर्यटन मंत्री सुसोफिया मोंतीएल दे अफारा, पर्यटन सचिव योगेन्द्र त्रिपाठी; पर्यटन महानिदेशक मीनाक्षी शर्मा, पर्यटन मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और 82 अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधि इस अवसर पर उपस्थित थे।
इस मौके पर बोलते हुए उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने पर्यटन उद्योग के सभी हितधारकों से अनुरोध किया कि वे अपने इकोलॉजिकल फुटप्रिंट यानी पारिस्थितिक पदचिन्ह को लेकर विशेष रूप से सावधान रहें और उन्होंने अधिक जिम्मेदार एवं स्थायी पर्यटन प्रथाओं का आह्वान किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दिए गए सुझाव के अनुसार उपराष्ट्रपति महोदय ने लोगों और खासकर युवाओं से आग्रह किया कि वो घरेलू पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए 2022 तक भारत के कम से कम 15 पर्यटन स्थलों का दौरा करें।
नायडू ने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे भारत की संस्कृति, विरासत, भाषाओं और व्यंजनों के विभिन्न पहलुओं के बारे में सीखने के लिए और देश के अद्वितीय सांस्कृतिक इंद्रधनुष के बारे में अपनी समझ को बढ़ाने के लिए ‘भारत दर्शन’ पर निकलें। उपराष्ट्रपति ने चिकित्सा पर्यटन के क्षेत्र में भारत की जबरदस्त क्षमता को भी रेखांकित किया और कहा कि भारत को आयुर्वेद और योग जैसे उपचारों की प्राचीन प्रथाओं का लाभ उठाना चाहिए ताकि समग्र कल्याण चाहने वाले अधिक से अधिक पर्यटकों को यहां आकर्षित किया जा सके।
केंद्रीय संस्कृति एवं पर्यटन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) प्रह्लाद सिंह पटेल ने संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडबल्यूटीओ) द्वारा भारत को विश्व पर्यटन दिवस 2019 के उत्सव के लिए मेजबान देश के तौर पर चुनने पर खुशी व्यक्त की। उन्होंने सभी पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और कहा कि हम ‘अतिथिदेवो भव:’ में यकीन करते हैं और इसीलिए हमारे पर्यटक हमारे लिए बहुत ही महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा कि भारत सरकार लगातार पर्यटकों के अनुकूल निर्णय ले रही है जैसे कि ई-टूरिस्ट वीज़ा शुल्क में कमी, एक विस्तारित ई-टूरिस्ट वीज़ा उपलब्ध कराना, होटल की दरों पर जीएसटी में कटौती। ये हाल ही लिए गए कुछ महत्वपूर्ण निर्णय हैं जो देश में पर्यटन को बढ़ावा देने में एक लंबा रास्ता तय करेंगे।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि पर्यटन क्षेत्र राजस्व पैदा करने वाला क्षेत्र है। लेकिन राजस्व के अलावा हम इस धारणा को बदलना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों में विश्व यात्रा और प्रतिस्पर्धात्मकता सूचकांक में भारत ने अपने स्थान में बहुत शानदार सुधार किया है जो 2013 में जहां 65वें स्थान पर था, वहीं 2019 में 34वें स्थान पर आ गया। इसका श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को जाता है जिन्होंने देश के ब्रांड एंबेसेडर के तौर पर भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक ब्रांड के रूप में गर्व से पेश किया है।