सुहागिनें अपने पतियों की लंबी उम्र के लिए वट सावित्री व्रत रखती हैं। माना जाता है कि इस व्रत को करने से अखंड सौभाग्यवती और संतान की प्राप्ति होती है।
ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की अमावस्या के दिन इस व्रत को रखा जाता है। इसलिए इसे वट अमावस्या भी कहते हैं। इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और संतान की प्राप्ति के लिए इस व्रत को करती हैं। इस व्रत में बरगद के पेड़ की पूजा की जाती है। इसके साथ वृक्ष के चारों ओर परिक्रमा की जाती है। माना जाता है कि ऐसा करने से जिससे सुहागिनों का अखंड सौभाग्य बना रहता है।
इस साल 10 जून को इस व्रत को किया जाएगा। महिलाएं बरगद के वृक्ष की 7, 11, 21, 51, 101 आदि सामर्थ्य के अनुसार परिक्रमा लगाएंगी और सात बार कच्चा सूत लपेटेंगी।
शुभ मुहूर्त
व्रत तिथि : 10 जून 2021 दिन गुरुवार
अमावस्या प्रारंभ : 9 जून 2021 को दोपहर 01:57 बजे
अमावस्या समाप्त : 10 जून 2021 को शाम 04:20 बजे
व्रत पारण : 11 जून 2021 दिन शुक्रवार