जयपुर। राजस्थान उपचुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद भी राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की मुसीबते बढ़ती ही जारी है। उपचुनाव में हार को लेकर विधानसभा में अपने ही विधायकों के तीखे हमले झेल रही सरकार को अब नौकरशाहों का विरोध भी झेलना पड़ रहा है। सरकार के जनसम्पर्क विभाग के तमाम अधिकारियों और कर्मचारियों ने मुख्यमंत्री राजे व सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कर्मचारी अपनी अलग-अलग मांगों को लेकर विधानसभा के बाहर 12 फरवरी को विधानसभा के बाहर सरकार के खिलाफ धरना देंगे।आपको बता दें कि 12 फरवरी को ही मुख्यमंत्री राजस्थान का बजट पेश करेंगी।
इस मामले को लेकर प्रसार के वरिष्ठ उपाध्यक्ष मोतीलाल वर्मा का कहना है कि बीते दो फरवरी को विभाग की निदेशक के साथ जिन मांगों पर सहमति बनी थी उन पर अब तक कोई कार्यवाही नहीं की गई है। वर्मा का कहना है कि विभाग की निदेशक के साथ सचिव भी इसके लिए जिम्मेदारी है। गौरतलब है कि राज्य के सूचना व जनसम्पर्क विभाग का अलग से कोई मंत्री नहीं है। यह विभाग मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के पास ही है। ऐसे में पूरे विभाग का विधानसभा में धरना देना सरकार के लिए परेशानी का सबब बन सकता है।