जयपुर। राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा के चुनाव होने है जिसके लिए राज्य की सत्ता पर काबिज बीजेपी और विपक्ष में बैठी कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी है। इसी कड़ी में उपचुनाव में मिली हार का दर्द कम करने और राज्य की सत्ता पर दोबारा काबिज होने के लिए बीजेपी की वसुंधरा राजे सरकार ने पार्टी के कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों को एक खास ऑफर दिया है। शिक्षा विभाग में तबादलों में बीजेपी के कार्यकर्ताओं और पदाधकिारियों के रिश्तेदारों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिसके लिए शिक्षा विभाग की तरफ से आवेदन करने का फार्म जारी कर दिया है और बीजेपी विधायकों और जिलाध्यक्षों के कार्यलय में इन्हें भेज दिया गया है।
इन आवेदनों के बाद एक बात पूरी तरह से स्पष्ट हो गई है कि सिर्फ बीजेपी से जुड़े कार्यकर्ता और पदाधिकारी अपना या फिर अपने परिवार के किसी सदस्या का शिक्षा विभाग या फिरअभियोग निराकरण समिति में किसी स्थान से तबादला करा सकते हैं। मिली जानकारी के मुताबिक सरकार की तरफ से जारी इस पत्र में कार्मिक का नाम,उसका पद, विषय, विभागों में प्रथम नियूक्ति की तिथि, वर्तमान में पदस्थान, जिला वांछित, विद्यालयों के नाम, कार्यकर्ताओं का नाम, कार्मिक से संबंध जैसी कई जानकारियां मांगी गई है।
तबादले को लेकर शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी से संपर्क कर सकते हैं। शिक्षामंत्री वासुदेव देवनानी का इस संबंध में कहना है कि अभी तबादलों पर रोक है। ऐसे में हमने केवल सभी जनप्रतिनिधियों को यह पत्र लिखा है। जनसुनवाई के दौरान तबादलों की काफी अर्जियां आती हैं। उन्होनें कहा कि जैसे ही तबादलों से बैन हटेगा वैसे ही अन्य लोगों से भी अर्जियां मांग ली जाएंगी।