पटना। देश के विभिन्न केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने आज भारत बंद का आह्वान किया है जिसका असर बिहार में भी सुबह से दिख रहा है। अपने 17 सूत्री मांगों को लेकर ट्रेड यूनियनों की हड़ताल को बिहार-झारखंड के कई संगठनों ने समर्थन किया है। आज के इस बंद में देश में करीब 25 करोड़ लोग शामिल होंगे। ट्रेड यूनियनों ने JNU में छात्रों, शिक्षकों पर हुए हमले, CAA, NRC बिल का विरोध करते हुए भारत बंद का आह्वान किया है, जिसमें INTUC, AITUC, HMS, CITU, AIUTUC, TUCC, SEWA, AICCTU, LPF, UTUC ये सभी ट्रेड यूनियन शामिल हैं। बिहार में भी हड़ताल को लेकर ट्रेड यूनियनों ने बैंकों में कामकाज ठप रखने का आह्वान किया है, जिसमें एसबीआइ और निजी बैंक उनका साथ नहीं देंगे। हालांकि, भारतीय मजदूर संघ इस हड़ताल से अलग रहेगा।
-दरभंगा में आंदोलनकारियों ने पैसेंजर ट्रेन को रोका, बंद समर्थक ट्रेन रोककर नारेबाजी कर रहे हैं।
-मुजफ्फरपुर में भारत बंद का दिख रहा असर, सभी मुख्य रास्ते और एनएच हैं सुनसान, व्यवसायिक वाहनों का नहीं हो रहा परिचालन
आरा में देशव्यापी हड़ताल को लेकर बुधवार की सुबह भाकपा-माले कार्यकर्ता सड़क पर उतर गए। शहर के पटेल बस पड़ाव के समीप आरा-पटना राजमार्ग को जाम कर कर रहे विरोध प्रदर्शन। परिचालन अवरूद्ध है।
-पटना में कई छात्र संगठनों ने मचाया हुड़दंग, राजेंद्र नगर के पास की ट्रेन रोकने की कोशिश, छात्र नेताओं को पुलिस ने स्टेशनवामपंथी दलों और अन्य संगठनों ने भारत बंद की जोरदार तैयारी की है। वामपंथी दलों ने बुधवार को बंद को सफल बनाने के लिए एकजुट हो सड़क पर उतरने की रणनीति बनायी है। बिहार में बंद को प्रभावी बनाने के लिए मंगलवार को भी वामपंथी दलों ने जागरूकता मार्च निकाला और नागरिकों से बंद को सफल बनाने की अपील की।
से हटाया। भाकपा माले के राज्य सचिव कुणाल ने बताया कि केंद्र की मोदी सरकार की किसान-मजदूर और जनविरोधी नीतियों के खिलाफ बुधवार को ऐतिहासिक बंद होगा। वाम दलों के तमाम नेता एवं कार्यकर्ता बंद को सफल बनाने के लिए सड़क पर उतरेंगे। राज्य में बंद को सफल बनाने के लिए हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी समेत अन्य दलों ने समर्थन किया है।
इधर माकपा के राज्य सचिव अवधेश कुमार ने बताया कि यह बंद देश के किसानों, मजदूरों, बेरोजगारों, नौजवानों और दमित-अभिवंचित लोगों का है। भाकपा के राज्य सचिव सत्य नारायण सिंह के मुताबिक बंद को सफल बनाने के लिए वामपंथी दलों के तमाम नेता और कार्यकर्ता सभी प्रखंड एवं जिला मुख्यालय में जुलूस निकालेंगे।