मेरठ। उत्तर प्रदेश के मेरठ में हाल ही में दरोगा की पत्नी और बेटे की सरेआम गोली मारकर हत्या करने वाले को पुलिस ने धर-दबोचा है। इस घटना को अंजाम देने वाले की तलाश पुलिस और एसटीएफ की टीम साथ मिलकर कर रही थी। पुलिस की कार्रवाई के चलते अपराधी अर्जुन राणा को सदर बाजार में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया गया है। मुठभेड़ के दौरान दो गोली लगने ले घायल हुए अर्जुन को सदर बाजार के अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। इसके अलावा रेलवे रोड क्षेत्र में भी मुठभेड़ के बाद पुलिस ने दो शातिर लुटेरों को गिरफ्तार किया। बता दें कि दो दिन पूर्व 25 हजार के इनामी एक कुख्यात शूटर को पुलिस मुठभेड़ में मार चुकी है। अकेले मेरठ जोन में ही बीते दस महीनों के अंतराल में 450 से ज्यादा एनकाउंटर हो चुके हैं
गौरतलब है कि बीते एक मार्च की शाम अर्जुन राणा ने नौचंदी थाना क्षेत्र में सनसनीखेज वारदात को अंजाम दिया था। दरअसल शास्त्रीनगर के 0-ब्लाक में ब्रजपाल का परिवार रहता है। ब्रजपाल 44 बटालियन पीएसी में सब-इंस्पेक्टर हैं। शाम के समय उनका बेटा कविंद्र किराना की दुकान पर गया था। तभी घर से थोड़ी ही दूरी पर उसे किराये पर रहने वाले अपराधी अर्जुन राणा और उसके चचेरे भाई शिवा ने रोक लिया। अर्जुन ने उससे शराब पीने के लिए 500 रूपये मांगे। कविंद्र ने इंकार किया, तो दोनों के बीच कहासुनी हो गई। इस बीच कविंद्र की मां सुमन भी वहां पहुंच गईं। अर्जुन गुंडागर्दी पर उतारू था और हाथ में पिस्टल लेकर लहरा रहा था। कहासुनी के बीच उसने मां-बेटे पर सरेआम फायरिंग कर दी। सीने में गोली लगने से सुमन की मौत हो गई जबकि कविंद्र दो गोलियां लगने से घायल हो गया।
ये घटना कानून-व्यवस्था के लिए बड़ी चुनौती थी। इस मामले में एसएसपी मंजिल सैनी ने चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया था जबकि थानाध्यक्ष को लाइन भेज दिया गया था। पुलिस सरगर्मी से अर्जुन की तलाश में जुट गई। इस बीच उस पर 25 हजार रूपये का इनाम भी घोषित कर दिया गया। एसपी (सिटी) मान सिंह चौहान, एएसपी सतपाल अंतिल व एसपी (अपराध) शिवराम यादव के निर्देशन में पुलिस टीमें उसके पीछे थीं। मंगलवार शाम पुलिस व एसटीएफ की टीम ने वांटेड अर्जुन को सदर बाजार क्षेत्र में चेकिंग के दौरान डी बाबा तिराहे पर घेर लिया। पुलिस के मुताबिक खुद को पुलिस से घिरा पाकर उसने फायरिंग कर दी।इसके बाद पुलिस ने फायरिंग कर अर्जुन को घायल कर दिया और उसे धर दबोचा।