वाराणसीः अगले साल उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में प्रदेश के पूर्वांचल क्षेत्र में पोस्टर वार शुरू हो गया है। वाराणसी में सपा के ‘खेला होई’ पोस्टर का पलटवार करते भारतीय जनता पार्टी ने ‘खेला न होई’ के बड़े-बड़े पोस्टर और होर्डिंग बनारस के कई चौक-चौराहों पर लगा दिए हैं। बीजेपी का ये होर्डिंग बनारस में चर्चा का विषय बना हुआ है।
पुलिस लाइन से लेकर तेलियाबाग चौराहे तक भाजपा कार्यकर्ताओं ने बड़े-बड़े होर्डिंग और पोस्टर लगवा दिए हैं। दरअसल, समाजवादी पार्टी ने ‘खेला होबे’ के भोजपुरी वर्जन ‘खेला होइ’ को स्लोगन बनाते हुए पोस्टर लगवाए थे। जिसका जवाब देते हुए भाजपा ने ‘खेला न होइ’ के नए पोस्टर शहर में लगवा दिया। बीजेपी कार्यकर्ता बच्ची यादव ने इन पोस्टर्स को शहर के पुलिस लाइन, तेलियाबाग, संपूर्णानंद चौराहे समेत कई इलाकों में लगवाएं हैं।
‘खेला न होइ‘ का अर्थ
दरअसल, पोस्टर के जरिए ‘खेला न होई’ का मतलब ये बताया गया है कि 2022 में किसी भी प्रकार का खेला नहीं होगा। फिर चाहे फिर वो आतंकवाद हो, गुंडाराज हो या फिर भ्रष्टाचार हो। इस पोस्टर घमासान से साफ नजर आ रहा है कि बनारस में समाजवादी पार्टी और बीजेपी के कार्यकर्ता चुनावी घमासान के लिए पूरी तरह से तैयार हैं।
चुनाव के लिए तैयार हैं कार्यकर्ता
गौरतलब है कि बंगाल के चुनाव में ममता बनर्जी द्वारा दिया गया स्लोगन ‘खेला होबे’ काफी चर्चा में रहा। वहीं अब यूपी में इसके भोजपुरी वर्जन का इस्तेमाल दोनों पार्टियां अपने-अपने तरीके से कर रही हैं। ऐसे में तस्वीरें साफ हैं कि चुनाव को लेकर जितना बड़े नेता तैयारी कर रहे हैं, उतना ही उत्साह कार्यकर्ताओ में भी दिख रहा है।