लखनऊ: प्रधानमंत्री मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में काशी विश्वनाथ प्रोजेक्ट को लेकर पूरे देश को बड़ी उम्मीदें हैं। यहां के संचालन, रख-रखाव और सुरक्षा व्यवस्था को लेकर अब नई खबर सामने आई है। इसमें ग्लोबल टेंडर भी जारी होने की संभावना जताई जा रही है।
इसी महीने शुरू होगी प्रक्रिया
काशी विश्वनाथ धाम में संचालन और सभी व्यवस्थाओं को निजी हाथों में सौंपा जाएगा। सिर्फ सुरक्षा व्यवस्था को छोड़कर अन्य सारे विषय निजी कंपनियों के हाथों में होंगे। हालांकि इन सभी कंपनियों को काशी विश्वनाथ विशिष्ट क्षेत्र विकास परिषद के अधीन रखा जाएगा। खबरों के अनुसार यह पूरी प्रक्रिया जुलाई महीने में ही शुरू हो सकती है।
आपको बता दें कि इस धाम में 24 भवन बनाए जा रहे हैं, जिनकी देखभाल के लिए पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल का इस्तेमाल किया जाएगा। सीएम योगी की अध्यक्षता में बीते गुरुवार और बुधवार को समीक्षा बैठक हुई, जिसमें कंपनी का चयन करने और पूरे संचालन से जुड़ी व्यवस्थाओं पर बातचीत की गई। अलग-अलग आय के स्रोत का इस्तेमाल पूरे कॉरिडोर की सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं में किया जाएगा।
सुरक्षा संबंधी व्यवस्था में पुलिस के पास
काशी विश्वनाथ प्रोजेक्ट में सुरक्षा व्यवस्था वाराणसी पुलिस के हाथों में रहेगी। इस पूरी योजना में 60 ऐसे प्राचीन मंदिर है, जिन्हें संरक्षित किया गया है। इसके अलावा परिक्रमा मार्ग, गंगा घाट प्रवेश गेट, गेस्ट हाउस, यात्री सुविधा केंद्र, वाराणसी गैलरी, सिटी म्यूजियम, वैदिक केंद्र, आश्रम, मुमुक्ष भवन बनाने की योजना है। इस पूरे निर्माण कार्य को लाल पत्थर की मदद से किया जाएगा, जिन पर नक्काशी भी होगी। वाराणसी की संस्कृति और सभ्यता को समझते हुए पूरा निर्माण कार्य किया जा रहा है।