नई दिल्ली पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम पांच बजकर पांच मिनट में उन्होने अंतिम सांस ली। जिसके बाद पूरे देश में शोक का माहौल जारी है। देश ने सात दिनों के लिए राष्ट्रीय अवकाश घोषित किया गया है। वहीं सभी राजनेताओं सहित देश और विदेश के नेता और आम जनता ने उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना कर रहें हैं।
तीन राज्यों का गठन
आपको बता दें अटल बिहारी बाजपेयी की खासियत थी कि वह राजनीति में व्यावहारिक आम राय बनाते थे। इस माहौल का सक्षात उदाहरण उस वक्त भी साबित हुआ था। जब उनकी सरकार में शांतिपूर्ण ढंग से तीन नए राज्यों छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड का गठन हुआ था।
वाजपेयी की काबिलियत की तारीफ
छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड का गठन क्रमश: एक नवंबर, नौ नवंबर और 15 नवंबर 2000 को हुआ था। छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश, उत्तराखंड को उत्तर प्रदेश और झारखंड को बिहार से अलग कर राज्य बनाया गया था। भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी ने भी बगैर किसी परेशानी के तीनों राज्यों के गठन के लिए वाजपेयी की काबिलियत की तारीफ की थी।
वहीं बीजेपी नेता लालकृष्ण आडवाणी ने एक ब्लॉग में लिखा था, ‘‘वाजपेयी जी के कार्यकाल में एनडीए ने तीन बड़े राज्यों मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और बिहार को विभाजित कर तीन नए राज्य छत्तीसगढ़, उत्तराखंड और झारखंड बनाए थे और कोई परेशानी नहीं हुई थी।’’