देश को अपने अगले उपराष्ट्रपति के तौर पर वेंकैया नायडू मिल गए हैं। 5 अगस्त को देश के 15वें उपराष्ट्रपति के लिए वोटिंग हुई है। इसी दिन शाम होते होते उपराष्ट्रपति के नाम पर से भी पर्दा हट गया। वेंकैया नायडू की इस चुनाव में जीत होने के बाद चारों तरफ खुशियां मनाई जा रही है। एनडीए के सभी नेता वेंकैया नायडू को चुनाव जीतने के लिए बधाई दे रहे हैं।
विपक्ष की तरफ से भी वेंकैया नायडू को बधाईयां दी जा रही है। इस रेस में कुल 771 वोट डाले गए थे। जिसमें 760 वोट मान्य हुए हैं, लेकिन 11 वोटों को अमान्य किया गया है। चुनाव में गोपाल कृष्ण गांधी को 244 वोट हासिल हुए हैं। ऐसे में एक तरफ जहां पर बीजेपी खेमे में खुशी की लहर दौड़ गई है तो दूसरी तरफ विपक्षी खेमे में दुख के बाद फट गए हैं। देश को अपना अगला उपराष्ट्रपति मिल गया है। अब उपराष्ट्रपति की कुर्सी एम वेंकैया नायडू संभालने वाले हैं। लेकिन उनका ऊषापति से उपराष्ट्रपति कैसे बने यह देखने वाली बात है।
एनडीए की तरफ से उपराष्ट्रपति उम्मीदवार एम वेंकैया नायडू का नाम पर पहले ही अटकलें लगाई जा रही थी, लेकिन उन्होंने अपने नाम की सारी अटकलों को खारिज किया था। वेंकैया नायडू ने इस खबर को अपने अंदाज में खारिज करते हुए कहा कि वो राष्ट्रपति या उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल नहीं हैं। लेकिन 5 अगस्त को वह ऊषा पति से उपराष्ट्रपति बन गए हैं। वही परिणाम आने के बाद पीएम मोदी समेत विपक्षी नेता गुलाम नबी आजाद तथा विपक्षी उम्मीदवार गोपाल कृष्ण गांधी ने भी उन्हें बधाई दी।