पटना। टीकाकरण की शुरुआत 16 जनवरी से होनी है। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की। बैठक के दौरान टीकाकरण के अभियान को लेकर बने ब्लू प्रिंट पर चर्चा हुई। प्रधानमंत्री ने सोमवार को साफ कर दिया कि किसी भी तरह की अफवाह से निपटने की जिम्मेदारी राज्य सरकारों की हैं। उन्होने कहा किसी भी तहर की भ्रांतियों से निपटना राज्यों की जिम्मेदारी है।
आपको बता दें कि कोरोना वैक्सीन की पहली खेप बिहार की राजधानी पटना पहुंच गई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया में तैयार हुई कोविशील्ड वैक्सीन दोपहर करीब डेढ़ बजे पटना पहुंची। तीन गाड़ियों में रखी इन वैक्सीन को एनएमसीएच लेकर जाया गया है।
बिहार में कुल 54,900 वाइल पहुंची हैं जिसमें क़रीब डेढ़ लाख लोगों को डोज़ मिलेगी। पहले श्रेणी में हेल्थ वर्कर और उसके बाद फ़्रंट लाइन वर्कर को डोज़ प्राथमिकता के आधार पर दी जाएगी। राज्य में 16 जनवरी से टीकाकरण शुरू किया जाएगा। इसके लिए बिहार में कुल 300 सेंटर बनाए गए हैं। रीजनल सेंटर की संख्या 10 है यानि इन सभी रीजनल सेंटर्स पर वैक्सीन की खेप पहले पहुंचेगी।
ऐसी है वैक्सीन लेकर जाने वाली गाड़ियां-
दवा को प्रोडक्शन प्लांट से एयरपोर्ट तक जिन गाड़ियों में ले जाया जा रहा है। वो भी बेहद खास हैं। इन गाड़ियों में .25 से 25 डिग्री तक तापमान मैनेज रहता है। दवा की सुरक्षा के लिहाज से पुणे की सीरम इंस्टीट्यूट के बाहर सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दवा लेकर जाने वाली गाड़ियों की भी GPS से चौबीसों घंटे निगरानी की जाएगी। दूसरे राज्यों से भी कॉर्डिनेट कर रहे हैं और वह सेंट्रल सेल से निगरानी रखेंगे।
इसी के साथ आपको बता दें कि कोरोना की दवा देश के अलग-अलग राज्यों तक ट्रकों से जरिए पहुंचेंगी। इन दवाइयों की रवानगी से पहले कल पीएम मोदी ने देश के सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी और अपील की कि वो पहले जरूरी लोगों को टीका लेने दें फिर खुद टीका लगवाएं। ये टीकाकरण अलग-अलग चरणों में होगा।
बिहार स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने बिहारवासियों को बधाई देते हुए कहा कि मंगलवार का ये दिन ऐतिहासिक और ख़ुशी से भरा हुआ है। वैक्सीन की पहली खेप पटना पहुंच चुकी है। बिहारवासियों का इंतज़ार ख़त्म हुआ है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले नीतीश कुमार 16 जनवरी को सुबह 10:45 मिनट पर एनएमसीएच पहुंचेंगे। उसके बाद वैक्सीनेशन की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।