लखनऊ। समेकित क्षेत्रीय कौशल विकास, पुनर्वास एवं दिव्यांगजन सशक्तिकरण केंद्र, लखनऊ (दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय, भारत सरकार), स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार एवं सक्षम पूर्वी उत्तर प्रदेश के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 29 जून, 2021 को दिव्यांग जनों हेतु विशेष कोविड टीकाकरण अभियान का आयोजन मोहन रोड स्थित परिसर में आयोजित किया गया।
इस अवसर पर लखनऊ एवं आस पास के ग्रामीण क्षेत्रों से आये लगभग 200 दिव्यांगजनों का टीकाकरण करवाया गया। टीकोत्सव के मुख्य अतिथि उप-मुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा राष्ट्रपति के लखनऊ प्रवास की वजह शामिल नहीं हो पाए। लेकिन, कार्यक्रम हेतु वर्चुअल शुभकामनाएं प्रेषित की।
इस अवसर पर प्रो राणा कृष्ण पाल सिंह, कुलपति, डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्विद्यालय, जय देवी कौशल, विधायक, मलिहाबाद, लखनऊ एवं डॉ एस० के० श्रीवास्तव, राज्य दिव्यांगजन आयुक्त, उत्तर प्रदेश उपस्थित रहे।
प्रो राणा कृष्ण पाल सिंह ने इस कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा, “दिव्यांग जनों के लिए आयोजित विशेष टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित कर बहुत ही नेक पहल की गई है। मैं दिव्यांगजनों और उनके परिजनों से आह्वान करता हूं कि इस अवसर का लाभ उठाते हुए सभी दिव्यांगजन टीकाकरण करवाकर सुरक्षित हों।
टीकाकरण ही एकमात्र उपाय है जो कोरोना महामारी के निर्मूलन तथा मानव जाति को बचाने में सक्षम है, इसलिए बेझिझक सभी टीकाकरण करा अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करें।”
इस अवसर पर सीआरसी-लखनऊ के निदेशक रमेश पांडेय ने बताया कि कोविड टीकाकरण में दिव्यांगजनों को होने वाली समस्याओं को ध्यान में रखते हुए हमने अपने केंद्र पर ही टीकाकरण की व्यस्था की। जिसमें त्वरित पंजीकरण की सुविधा के साथ साथ सुगम्य वातावरण का ध्यान रखा गया।
इस टीकोत्सव कार्यक्रम का व्यापक स्तर पर प्रचार प्रसार किया गया एवं दिव्यांगजनों को आवागमन में कोई समस्या न हो इसके लिए केंद्र के द्वारा निशुल्क बस की व्यवस्था भी की गयी थी। उन्होंने आमजनों से भारत के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान में भाग लेने की अपील की।
सक्षम पूर्वी उत्तर प्रदेश के क्षेत्र संयोजक डॉ जय शंकर पांडेय ने बताया कि सभी टीकाकरण केंद्रों में इसी प्रकार दिव्यांगजनों की विशेष आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए सुगम्य वातावरण की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि अधिक से अधिक दिव्यांगजन लाभान्वित हो सकें एवं कोरोना मुक्त राष्ट्र क़े इस महाभियान क़े सहभागी बन सकें।