गोपाल बिष्ट, संवाददाता
रानीखेत तहसील मुख्यालय से करीब 10 किलोमीटर दूर मल्ली रियूनी के लोगों ने अब 2022 के विधानसभा चुनाव के बहिष्कार का मन बना लिया है।
चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय
दरअसल ढाई हजार की आबादी वाले गांव मल्ली रियूनी के ग्रामीण बीस सालों से शासन प्रशासन से वर्तमान जनगणना सही दर्शाने व विकास राशि देने के लिए गुहार लगा रहे हैं। लेकिन शासन-प्रशासन से इन बीस सालों में कोई कार्रवाई नहीं होती देख अब ग्रामीणों ने 2022 के विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का निर्णय लिया है।
जनगणना में हुई गड़बड़ी !
ग्रामीणों का कहना है कि मल्ली रियूनी की 2011 की जनगणना के अनुसार 24 परिवारों की जनसंख्या 107 दिखाई गई है। जबकि 2011 की जनगणना के अनुसार गांव की कुल जनसंख्या 1548 थी। जिसमें मल्ली रियूनी ग्राम सभा में 1441 और सुन्दरखाल तोक में 107 लोग सम्मिलित हैं। जनसंख्या में सिर्फ सुन्दरखाल की जनसंख्या 107 ही अंकित है।
गांव की उपेक्षा करने का आरोप
ग्रामीणों ने ये भी कहा कि मल्ली रियूनी की जनसंख्या को ग्राम दलमोटी में दर्शाया जा रहा है। जिससे सरकार द्वारा मिलने वाला विकास के कार्यों का बजट मल्ली रियूनी गांव को नहीं मिल पा रहा। इससे गांव के विकास कार्य नहीं हो पा रहे हैं। ग्रामीणों ने क्षेत्रीय विधायक व जनप्रतिनिधियों पर भी गांव की उपेक्षा करने का आरोप लगाया।