केदारनाथ धाम के दर्शन के लिए पैदल चलने वालो यात्रियों के लिये ये खबर खुशख़बरी लेकर आयी है। जी हां बता दें कि बाबा केदारनाथ के दर्शन करने जानें वालों को एक अक्तूबर से हेली सेवा की सौगात मिलने जा रही है।
हेली सेवा का संचालन करने से पहले डीजीसीए की ओर से तीनों जगहों के हेलीपैड पर सुरक्षा का भी जायजा लिया जा चुका है। इसके लिए विभाग ने सभी नौ ऑपरेटर के साथ मीटिंग कर एक अक्तूबर से सेवा के लिए तैयार रहने को कहा है। केदारनाथ के दर्शन करने के लिये ऑनलाइन बुकिंग भी जल्द ही शुरु कर दी जायेगी।
हेली सेवा का संचालन एक अक्तूबर से होगा
बोर्ड के सीईओ रविनाथ रमन ने बताया कि केदारनाथ के लिए हेली सेवा का संचालन एक अक्तूबर से करने का प्रस्ताव मिला है। जिसमें हेली सेवा से जाने वाले यात्रियों को 200 ई-पास जारी किये जाएंगे।
1100 हेली सेवाओं की बुकिंग रद्द कर दी गई थी
आपको बता दें कि पहले चारधाम की यात्रा पर रोक लगने का वजह से 1100 हेली सेवाओं की बुकिंग रद्द कर दी गई थी। हांलाकि उत्तराखंड सिविल एविएशन प्राधिकरण ने बुकिंग कराने वाले यात्रियों के पैसे वापस कर लौटा दिये थे।
इस ख़बर से केदारनाथ के दर्शन करने वाले लोग काफी खुश होने वाले हैं, क्योंकि हेली सेवा शुरु होने से पैदल चलने वाले लोगों को आसानी हो सकेगी।
सरकार की योजना है कि प्रमुख धामों तक के रोपवे की सुविधा शुरू की जाये, आपको बता दे कि अभी केदारनाथ के लिए हेलिकॉप्टर सुविधा है ।
हिमाचल प्रदेश में आठ रोपवे लिंक शुरू हो सकते हैं
आपको बता दें कि नैशनल हाइवेज अथॉरिटी ऑफ इंडिया ने उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में आठ रोपवे लिंक शुरू करने के लिए योजना बनाई है।
इनमें हिमाचल प्रदेश के तारा देवी मंदिर, हत्तू पीक, चुंजा ग्लेशियर, भारमणी मंदिर शामिल हैं। इन सभी के रोपवे लिंक की कुल मिलाकर लंबाई 42.5 किलोमीटर होने का अनुमान है। वहीं उत्तराखंड में तीन रोपवे लिंक शुरू करने योजना है, जिनकी कुल लंबाई 29 किलोमीटर हो सकती है।
बता दें कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और जम्मू कश्मीर की सरकार से अपील की थी कि टूरिजम को बढ़ावा देने की ओर ध्यान दिया जाये, और इसके लिये रोपवे लिंक शुरू किये जायें।
केदारनाथ मंदिर के लिए 8.5 किलोमीटर का रोपवे लिंक
इनमें नैनीताल के हनुमान मंदिर के लिए 12 किलोमीटर लंबा रोपवे लिंक, गोविंदघाट-घांघरिया-हेमकुंट के लिए 8.8 किलोमीटर का रोप वे और सोनप्रयाग/गौरीकुंड से केदारनाथ मंदिर के लिए 8.5 किलोमीटर का रोपवे लिंक की योजना है।