कोविड में अनाथ हुए बच्चों को आज से वात्सल्य योजना का लाभ मिलेगा। DBT के माध्यम से सीधे खातों में सरकारी आर्थिक सहायता मिलेगी। जिसका शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने किया।
DBT के जरिए सरकारी आर्थिक सहायता
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने वात्सल्य योजना की शुरुआत की। जिसके तहत राज्य में कोविड काल में अनाथ हुए बच्चों को अब वात्सल्य योजना का लाभ मिलेगा। DBT के जरिए सीधे बच्चों के बैंक एकाउंट में सरकारी आर्थिक सहायता दी जाएगी।
2347 बच्चों को पहले मिलेगा लाभ
कोरोना की पहली और दूसरी लहर ने काफी कहर बरपाया है। कई बच्चे अनाथ हो गए जिन्होने अपने मां-बाप या दोनों में से किसी एक को खो चुके हैं। ऐसे बच्चों को वात्सल्य योजना से जोड़ा जाएगा और लाभ दिया जाएगा। वात्सल्य योजना के तहत कुल 2347 बच्चों को पहले चरण में 3 हाजार रुपए की धनराशि DBT के माध्यम से दी गई।
PM केयर्स फॉर चिल्ड्रन के तहत भी मिल रहा लाभ
इसके अलावा PM केयर्स फॉर चिल्ड्रन योजना के तहत भी कोरोना महामारी के कारण अपने माता-पिता को खो चुके बच्चों को सहायता दी जा रही है। इन बच्चों को 18 साल की उम्र तक आयुष्मान भारत योजना के तहत 5 लाख का हेल्थ इंश्योरेंस मिलेगा। इसके अलावा 18 साल की उम्र में मासिक छात्रवृत्ति एवं 23 साल की उम्र में पीएम केयर्स से 10 लाख का फंड दिया जाएगा।