निर्मल उप्रेती, संवाददाता
अल्मोड़ा में उत्तराखंड मानवाधिकार पर्यावरण को लेकर दो दिवसीय कार्यशाला का अयोजन किया गया। जिसमें प्रदेश के सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ राजनीतिक लोगो द्वारा भागीदारी की गई।
प्राकृतिक संसाधनों का दोहन,लोगों का हनन हो रहा
इसमें प्रदेश के सामाजिक सरोकारों और प्राकृतिक संसाधनों को बचाने पर चर्चा की गई। कार्यशाला के आयोजक पिसी तिवारी ने कहा कि आज उत्तराखंड में आज जिस प्रकार आपदाओं से पीड़ित प्राकृतिक संसाधनों का दोहन के साथ लोगो का हनन हो रहा है। इसके लिये आज प्रदेश के लोगो के साथ चिंतन कर आगे की रणनीति बनाई जा रही है, कि प्रदेश में किस प्रकार इसको बचाया जा सके।
‘अपने हक की लड़ाई को लड़ना होगा’
वहीं सामाजिक कार्यकर्ता अतुल सती ने कहा कि आज प्रदेश में बड़े बड़े हइड्रो प्रोजैक्ट को लगाकर पर्यावरण को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। लोग आपदाओं से जूझ रहे हैं, और सरकार का इस ओर जो रवैया है उसको लेकर प्रदेश की जनता को सड़कों पर उतरना पड़ेगा। और अपने हक की लड़ाई को लड़ना होगा।