मथुरा के राजकीय संप्रेक्षण गृह में बुधवार को आकस्मिक निरीक्षण और विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का आयोजन मथुरा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सोनिका वर्मा की ओर से किया गया।
राजकीय संप्रेक्षण गृह में शिविर का आयोजन
मथुरा के राजकीय संप्रेक्षण गृह में बुधवार को आकस्मिक निरीक्षण और विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का आयोजन मथुरा सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण सोनिका वर्मा की ओर से किया गया। उत्तर प्रदेश राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण लखनऊ और मथुरा जिला अध्यक्ष राजीव भारती के निर्देशानुसार इस शिविर का आयोजन हुआ। इस दौरान राजकीय संप्रेक्षण गृह (किशोर) के प्रभारी अधीक्षक हरीश चंद्र वर्मा भी उपस्थित रहे।
इस दौरान हरीश चंद्र वर्मा ने बताया कि मथुरा किशोरों को भोजन मैन्यु के अनुसार दिया जाता है। मथुरा जिले के 35 और हाथरस जिले के 17 किशोर हैं। उन्होंने बताया कि किशोरों की शिक्षा के लिए संस्था में 2 शिक्षक नियुक्त हैं जो हर दिन संस्था में आकर शिक्षण का काम करते हैं। वहीं उन्होंने बताया कि 7 जनवरी को डॉक्टरों ने कैंप लगाकर 15 से 18 साल के किशोरों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई थी। इसके बाद 21 फरवरी को दूसरी डोज लगवाई गई। कोरोना से बचाव के लिए संस्था में हर रोज सेनेटाइजर का छिड़काव किया जाता है।
वहीं जिला विधिक सेवा प्राधिकर सचिव सोनिका वर्मा ने सभी किशोरों से बात की। इस दौरान उन्होंने बताया कि उनके पास व्यक्तिगत अधिवक्ता नियुक्त हैं, किसी भी किशोर को निशुल्क विधिक सहायता हेतु वर्तमान में अधिवक्ता की आवश्यकता नहीं होना पाया गया। उपस्थित किशोरों को निशुल्क विधिक सहायता के संबंध में बताते हुए कहा कि अगर किसी किशोर को निशुल्क विधिक सहायता के लिए अधिवक्ता की आवश्यकता हो तो वह संस्था के अधीक्षक के माध्यम से अपना प्रार्थना पत्र प्रस्तुत कर सकता है।
निरीक्षण के दौरान अधीक्षक को निर्देशित किया गया कि सभी किशोरों को स्वस्थ व पोष्टिक भोजन दिया जाए और रसोइया व अन्य कर्मचारियों व किशोरों की समय समय पर कोरोना जांच कराई जाए। संस्था को दिन प्रतिदिन सेनेटाइज किया जाए, प्रत्येक आने वाले की थर्मल स्केनिंग की जाए। पॉजिटिव पाए गए किशोरों को चिकित्सक की सलाहनुसार उचित दूरी पर मास्क के साथ रखा जाए व कोविड नियमों का पूर्णतः पालन कराया जाए। सभी किशोरों को मास्क उपलब्ध कराएं जाएं।