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जितिन प्रसाद को बीजेपी ने दिया कांग्रेस छोड़ने का तोहफा, कभी कांग्रेस के चहेते हुआ करते थे जितिन, आज बीजेपी के ‘लाडले’ बन गए!

1632662296Untitled 7 copy जितिन प्रसाद को बीजेपी ने दिया कांग्रेस छोड़ने का तोहफा, कभी कांग्रेस के चहेते हुआ करते थे जितिन, आज बीजेपी के ‘लाडले’ बन गए!

कांग्रेस से बीजेपी में आने का तोहफा योगी सरकार ने जितिन प्रसाद को बखूबी दिया है। जितिन प्रसाद को योगी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। कभी कांग्रेस के चहेते रहे जितिन प्रसाद आज बीजेपी के भी खास बन गए हैं। जितिन प्रसाद यूपी में ब्राह्मण समाज के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं।

जितिन प्रसाद ने ली कैबिनेट मंत्री की शपथ

कांग्रेस से बीजेपी में आने का तोहफा योगी सरकार ने जितिन प्रसाद को बखूबी दिया है। जितिन प्रसाद को योगी कैबिनेट में मंत्री बनाया गया है। कभी कांग्रेस के चहेते रहे जितिन प्रसाद आज बीजेपी के भी खास बन गए हैं। जितिन प्रसाद यूपी में ब्राह्मण समाज के बड़े नेताओं में गिने जाते हैं। जितिन प्रसाद पूर्व में केंद्रीय मंत्री रह चुके हैं। जितिन प्रसाद यूपीए एक और दो में केंद्र सरकार में राज्यमंत्री रहें हैं। 2004 में शाहजहांपुर लोकसभा सीट से पहली बार सांसद बनें। 2008 में केन्द्रीय इस्पात राज्य मंत्री बनाए गए।

2009 में धौरहरा सीट से दूसरी बार जीते चुनाव

जितिन प्रसाद के शहाजहांपुर से चुनाव लड़ने के बाद उन्हें कांग्रेस ने 2009 में धौरहरा सीट से चुनाव लड़ाया था। इस दौरान जितिन प्रसाद दूसरी बार सांसद बने। जिसके बाद यूपीए 2 में सड़क परिवहन, पेट्रोलियम और मानव संसाधन विभाग में राज्यमंत्री रहे। हालांकि 2014 के बाद जितिन प्रसाद को जीत का स्वाद चखना कुछ मुश्किल हो गया। साल 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में धौरहरा से जितिन प्रसाद चुनाव हार गए। इसी बीच साल 2017 में उन्होंने विधानसभा चुनाव भी लड़ा लेकिन वो भी जितिन प्रसाद हार गए।

ब्राह्मण समाज के बड़े नेता हैं जितिन प्रसाद, इन क्षेत्रो में पेंठ

जितिन प्रसाद धौरहरा, कस्ता, मोहम्मदी, महोली और हरगांव विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा सक्रिय रहते हैं। राजनीति के लिहाज से जितिन इन्हीं क्षेत्रो में काम करते रहे हैं। लेकिन ब्राह्मण होने के नाते उनके नाम का प्रभाव अवध के बड़े क्षेत्र और पूर्वांचल के कुछ क्षेत्रों पर भी है। बता दें कि जितिन प्रसाद कांग्रेस छोड़कर कुछदिन पहले ही भाजपा में शामिल हुए थे। पिछले वर्ष भी जितिन के भाजपा में शामिल होने की अटकलें लगाई गई थीं, लेकिन बाद में उन्होंने इन अटकलों को खारिज कर दिया था। कांग्रेस की डूबती नैया को देखते हुए जितिन प्रसद ने कुछ महीने पहले ही भाजपा का दामन थामा तो सभी चौंक गए थे।

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