उत्तर प्रदेश में अब दीपावली पर ग्रीन पटाखे बेचे और जलाए जा सकेंगे। सूबे में 27 शहरों की वायु गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करने के बाद प्रदेश सरकार ने ग्रीन पटाखे बेचने की अनुमति दे दी है।
उत्तर प्रदेश में ग्रीन पटाखे बेचने की मिली अनुमति
उत्तर प्रदेश में अब दीपावली पर ग्रीन पटाखे बेचे और जलाए जा सकेंगे। सूबे में 27 शहरों की वायु गुणवत्ता की मॉनिटरिंग करने के बाद प्रदेश सरकार ने ग्रीन पटाखे बेचने की अनुमति दे दी है। इसको लेकर प्रदेश सरकार की ओर से आदेश जारी कर दिए गए हैं। अपर मुख्य सचिव के मुताबिक सर्वोच्च न्यायालय ने अपने आदेश में स्पष्ट किया है कि अगर संबंधित क्षेत्र की वायु गुणवत्ता बेहतर है तो वहां संबंधित प्राधिकारी द्वारा हरित पटाखों का बेचा और उनका उपयोगि किया जा सकता है। इसी कड़ी में 27 शहरों में वायु गुणवत्ता का अनुश्रवण कराया जा रहा है।
27 शहरों में वायु गुणवत्ता का अनुश्रवण करने के बाद फैसला
अपर मुख्य सचिव शासन अवनीश कुमार अवस्थी ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए सभी मंडलायुक्तों, जिलाधिकारियों एवं पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए हैं। इस साल जनवरी से सितंबर महीने तक प्रदेश के शहरों जैसे लखनऊ, कानपुर, आगरा, सोनभद्र, गजरौला, गाजियाबाद, हापुड़, वाराणसी, नोएडा, फिरोजाबाद, झांसी, खुर्जा, प्रयागराज, मेरठ, मुरादाबाद, बरेली, रायबरेली, मथुरा, सहारनपुर, गोरखपुर, उन्नाव, ग्रेटर नोएडा, मुजफ्फरनगर, बागपत, बुलंदशहर, अलीगढ़ एवं अयोध्या में वायु गुणवत्ता का स्तर बेहतर पाया गया।
दिल्ली और ओड़िशा में पटाखों की बिक्री पर पूरी तरह से प्रतिबंध
बता दें कि दिवाली के मौके पर पटाखों से होने वाले प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए राज्य सरकारों ने कमर कस ली है। कुछ राज्यों ने पटाखे जलाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है तो कहीं कहीं ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति दी गई है। दिल्ली में हर साल सर्दी आते ही एयर क्वालिटी इंडेक्स खराब स्तर पर पहुंच जाता है। ऐसे में दिल्ली में पटाखे पूरी तरह से बैन किए गए हैं। ओड़िशा में भी पटाखे बैन हैं। यहां पटाखों की बिक्री और उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है।
राजस्थान और पंजाब में ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति
उत्तर प्रदेश की तरह राजस्थान में भी ग्रीन पटाखे जलाने की अनुमति है। लेकिन यहां एनसीआर क्षेत्र को छोड़कर अन्य जिलों में दीपावली पर दो घंटे यानी रात 8 से 10 बजे तक ग्रीन पटाखों जलाने की अनुमति दी गई है। वहीं पंजाब में पटाखों पर पूरी तरह से प्रतिबंध है। लेकिन यहां भी त्योहारों पर सरकार द्वारा ग्रीन पटाखों के उपयोग और बिक्री की अनुमति दी गई है। पश्चिम बंगाल में भी पटाखों पर बैन लगाया गया है।
पटाखे जलाने से बढ़ता है शहरों में वायु प्रदूषण
गौरतलब है कि पटाखे जलाने से ज्यादा आबादी वाले शहरों में वायु प्रदूषण बढ़ जाता है, जो सर्दी के मौसम में एयर क्वालिटी इंडेक्स पहले से ही खराब स्थिति में है। कोरोना वायरस महामारी के बीच पटाखे जलाना और ज्यादा खतरनाक है। दिल्ली जैसे शहरों में पटाखे जलाने के बाद स्थिति काफी खतरनाक बन जाती है। इसी को ध्यान में रखते हुए पटाखों पर बैन लगाया गया है।