उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को विधानसभा चुनावों के लिए तीसरे चरण की वोटिंग होनी है। इसी बीच मैनपुरी का करहल अब युद्धभूमि बना हुआ है। गुरुवार को लगभग 3 साल बाद मुलायम सिंह यादव ने रैली को संबोधित किया। मुलायम सिंह ने यहां बेटे अखिलेश यादव के पक्ष में वोट मांगे।
3 साल बाद मुलायम सिंह ने किया प्रचार
उत्तर प्रदेश में 20 फरवरी को विधानसभा चुनावों के लिए तीसरे चरण की वोटिंग होनी है। इसी बीच मैनपुरी का करहल अब युद्धभूमि बना हुआ है। गुरुवार को लगभग 3 साल बाद मुलायम सिंह यादव ने रैली को संबोधित किया। मुलायम सिंह ने यहां बेटे अखिलेश यादव के पक्ष में वोट मांगे। करहल से समाजवादी पार्टी के सुप्रीमो अखिलेश यादव और भाजपा के टिकट पर केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल मैदान में हैं। इसलिए बेटे को जीत दिलाने के लिए पिता मुलायम सिंह यादव खुद चुनावी मैदान में उतरे। इस दौरान उन्होंने करहल में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि यहां लोग उम्मीद के साथ आए हैं, ये उम्मीद सपा की सरकार पूरा करेगी। उन्होंने कहा कि भीड़ देखकर मेरी जिम्मेदारी बढ़ गई है। मैं विश्वास दिलाता हूं, आपको निराश नहीं करेंगे।
भावना का मान रखना अखिलेश को जिताना- मुलायम
मुलायम सिंह यादव ने अपील करते हुए कहा कि मेरी भावना का मान रखना और करहल से अखिलेश यादव को भारी मतों से जिताना। मुलायम ने बेटे अखिलेश के लिए वोट मांगे। कहा कि सपा की प्राथमिकता नौजवान हैं। किसान हैं। उन्होंने आगे कहा कि लोग सोच रहे होंगे कि मुलायम सिंह जनता से क्या कहेंगे? हम सिर्फ यह कहेंगे कि जो भी करेंगे जनता के लिए ही करेंगे। देश को मजबूत करेंगे। उन्होंने सपा के लिए वोट देने की अपील करते हुए कहा आप लोग जिस विश्वास के साथ आएं हैं। हम उनको पूरा करेंगे।
6 किमी की दूरी पर अमित शाह की रैली
मुलायम ने कहा कि यहां जो विशाल भीड़ है। वह यह साबित कर रही है कि जनता चाहती है कि यहां सपा की सरकार बने। सपा की सरकार बनेगी तो नौजवानों को रोजगार, नौकरी का इंतजाम किया जाएगा, क्योंकि इतनी बड़ी तादाद में नौजवान हैं। इनके पास रोजगार नहीं, व्यापार नहीं है। इनका परिवार कैसे चलेगा। सपा जो कहती है वो करती है। बता दें कि यूपी चुनाव में मैनपुरी का करहल अब कुरुक्षेत्र बन गया है। गुरुवार को अमित शाह और मुलायम सिंह यादव ने लगभग एक ही वक्त में चुनावी सभा की। दोनों की रैलियों में करीब 6 किमी का अंतर था।