उत्तराखंड में सरकार गठन के 1 सप्ताह बाद आखिरकार मंगलवार को मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया। जहां विधानसभा चुनाव में अपनी सीट से हारने के बाद पुष्कर धामी मुख्यमंत्री बने और उन्होंने अपने पास 21 मंत्रालयों के साथ 23 विभाग रखे हैं आपको बता दें पिछले कार्यकाल में सीएम थाने के पास 12 मंत्रालय थे वही दोबारा कैबिनेट मंत्री बने सतपाल महाराज की विभाग में किसी प्रकार का कोई फेरबदल नहीं किया गया है। बल्कि उनके कद को पहले की तुलना में और बढ़ा दिया गया है और अब वह प्रदेश के सबसे पावरफुल मंत्रालय का जिम्मा संभालेंगे।
ऐसे में जहां पुष्कर धामी फ्लावर से फायर बनकर मुख्यमंत्री पद पर बने रहे। तो वही सतपाल महाराज के पास फिर से उत्तराखंड की असली पावर आ गई है।
पीएम धामी के पास ये विभाग
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को कानून व्यवस्था क्रमिक के मामलों समेत कई महत्वपूर्ण विभागों को सौंपा गया है इसके अलावा सीएम कार्मिक एवं सतर्कता, राज्य संपत्ति, सूचना, गृह, राजस्व, आबकारी, न्याय, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन, औद्योगिक विकास एवं खनन, श्रम, सूचना प्रौद्योगिकी एवं विज्ञान प्रौद्योगिकी, पेयजल, ऊर्जा, आयुष एवं आयुष शिक्षा, आपदा प्रबंधन एवं पुनर्वास और नागरिक उड्डयन विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
सतपाल महाराज बने उत्तराखंड के महाराज
सतपाल महाराज भले ही मुख्यमंत्री पद की कुर्सी पर नहीं, लेकिन उन्हें जिस तरह का विभाग सौंपा गया है। इसे साफ जाहिर है कि उत्तराखंड के असली महाराज सतपाल महाराज है। बता दें पीएम पुष्कर सिंह धामी की नई सरकार में सतपाल महाराष्ट्र मंत्रालय में किसी प्रकार की कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है बल्कि उनके कद को बढ़ा दिया गया है। सतपाल महाराज के पास – लोक निर्माण विभाग, संस्कृति, पर्यटन, जलगमन प्रबंधन, धर्मस्व, सिंचाई एवं लघु सिंचाई विभागों को बरकरार रखते हुए पंचायती राज और ग्रामीण विकास निर्माण के रूप में नया मंत्रालय सौंपा गया है।
ऐसे में सतपाल महाराज के पास व तमाम मंत्रालय हैं जो उत्तराखंड में सबसे पावरफुल माने जाते हैं। उत्तराखंड एक पर्यटन राज्य है। जहां की पूरी अर्थव्यवस्था पर्यटन पर निर्भर करती है। हरिद्वार से लेकर चार धाम तक सब कुछ उत्तराखंड में और सतपाल महाराज के पास पर्यटन संस्कृति धर्मस्व मंत्रालय कदमा है इसके अलावा उनके पास पीडब्ल्यूडी पंचायती राज ग्रामीण विकास मंत्रालय दी है ऐसे में सतपाल महाराज के पास उत्तराखंड में पर्यटन से लेकर विकास की बुलंदियों तक ले जाने का जिम्मा मिला हुआ है।