नैनीताल जिले में लगातार बारिश से स्थिति भयावह होती जा रही है। कहर बनकर बरसा पानी लोगों के घरों को साथ में बहा ले जा रहा है। अब जिला प्रशासन की ओर से 14 डोगरा बटालियन की मदद रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए ली गई है।
भारी बारिश से तबाही भूस्खलन से बंद हुई सड़कें
नैनीताल जिले में लगातार बारिश से स्थिति भयावह होती जा रही है। कहर बनकर बरसा पानी लोगों के घरों को साथ में बहा ले जा रहा है। भारी बारिश के कारण कई जगह भूस्खलन और सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं। स्थिति तब और भी खराब हो गई जब कई जगहों पर सड़कें अवरुद्ध हो गईं और कोई भी रास्ता नहीं होने के कारण आम नागरिक फंस गए। कई अलग-अलग जगहों पर मकान क्षतिग्रस्त हो गए हैं। कुछ के हताहत होने की भी खबर है। स्थानीय प्रशासन, पुलिस, एसडीआरएफ को बचाव कार्य में लगाया गया है। हालांकि, रुकावटों के कारण, कई स्थानों पर राहत एवं बचाव कार्य नहीं हो पा रहे हैं।
14 डोगरा बटालियन को रेस्क्यू के लिए किया अनुरोध
वहीं जिला प्रशासन नैनीताल ने फंसे हुए नागरिकों को बचाने के लिए तुरंत सैन्य हस्तक्षेप का अनुरोध किया। गरमपानी और खैरना क्षेत्र के पास स्थिति बहुत गंभीर है। घाटी प्रभावित है, शिप्रा नदी के अत्यधिक प्रवाह से इमारतें संकट में हैं। परिस्थिति गंभीर होने पर प्रशासन की ओर से भारतीय सेना की रानीखेत स्थित 14 डोगरा बटालियन को राहत के लिए निवेदन किया गया। नैनीताल जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल, प्रतीक जैन संयुक्त मजिस्ट्रेट की ओर से मदद के लिए निवेदन संदेश दिया गया।
14 डोगरा बटालियन ने संभाला रेस्क्यू काम
संदेश मिलने के 30 मिनट के बाद सेना की 14 डोगरा बटालियन की रेस्क्यू टुकड़ी रानीखेत से खैरना की ओर रवाना हो गई। कम समय होने के बावजूद सेना अपने साथ राहत एवं बचाव संबंधित सभी उपकरण और फंसे हुए लोगों के लिए खाने के पैकेट को साथ ले गई। साथ ही डोगरा बटालियन की मेडिकल टीम अपने प्रशिक्षित मेडिकल स्टाफ और उपकरणों के साथ रेस्कयू टीम का हिस्सा बनी। रानीखेत से खैरना तक के मार्ग में भूस्खलन होने से सेना की रेस्क्यू टीम दोपहर तीन बजे खैरना पहुंची। प्रभावित क्षेत्र में पहुंचते ही भारतीय सेना के अधिकारियों ने मौजूदा प्रशासन के अधिकारियों से परिस्थिति का जायजा लिया। बिना किसी देरी के भारतीय सेना के जवानों ने राहत व बचाव कार्य शुरू किया।
खैरना मार्ग में 500 लोग फंसे
अभी डोगरा बटालियन की एक टुकड़ी अल्मोड़ा गरमपानी मार्ग में, एक टुकड़ी खैरना में और एक टुकड़ी कैंची धाम में राहत का कार्य कर रही है। खैरना में मार्ग बंद होने से 500 लोग सुबह से फंसे हुए हैं। सेना द्वारा यहां पहुंचते ही इन्हें खाने का सामान दिया गया। खैरना में स्थित स्कूल में सेना के जवान फंसे हुए लोगों के लिए भोजन तैयार कर रहे हैं। साथ ही पीड़ित लोगों का चिकित्सा निरीक्षण भी जारी है। डोगरा बटालियन की मौजूदगी से राहत व बचाव कार्य तेजी से हो रहा है और साथ ही फंसे हुए लोगों को मदद मिली है।