उत्तराखंड में इस बार के चुनावी नतीजों ने सभी को हैरान कर दिया है।
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हालांकि चुनावी नतीज़ों में बीजेपी ने बहुमत हासिल किया है। लेकिन मौजूदा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी अपनी ही सीट से हार गए हैं।
पुष्कर सिंह धामी हारे अपनी सीट
पुष्कर सिंह धामी को खटीमा सीट से हार का सामना करना पड़ा है। उन्हें 6951 मतों से हार मिली ह।. पुष्कर सिंह धामी को सिर्फ 33175 वोट मिले। वहीं कांग्रेस के भुवन चंद्र कापड़ी को 40175 वोट मिले।
उत्तराखंड में भी बदला इतिहास
आपको बता दें कि उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार ऐसा होने जा रहा है कि कोई पार्टी लगातार दूसरी बार प्रदेश में सरकार बनाएगी। उत्तराखंड में अब तक हुए चार विधानसभा चुनावों का इतिहास दो दशक पुराना है। उत्तराखंड में पिछले चार चुनावों में बारी-बारी से कांग्रेस और भाजपा सत्ता पर काबिज रही हैं लेकिन किसी भी पार्टी ने लगातार दूसरी बार कुर्सी हासिल नहीं की।
हरीश रावत ने ली हार जिम्मेदारी
अपनी हार के बाद कांग्रेस के सीएम पद के उम्मीदवार माने जा रहे हरीश रावत ने कहा कि मेरे लिए यह नतीजे बेहद आश्चर्यजनक हैं। मैं समझ नहीं पा रहा कि इतनी महंगाई के बाद भी अगर जनता की यह इच्छा थी तो आखिर समाज की भलाई और सामाजिक क्या किसे कहते हैं? मुझे नहीं समझ आ रहा कि इन सबके बावजूद लोग भाजपा जिंदाबाद कैसे कह रहे हैं। मैं अपनी पार्टी की कैंपेन कमेटी का अध्यक्ष होने के नाते यह स्वीकार करता हूं कि हमारी कैंपेन स्ट्रैटेजी नाकाफी रही। हमारे कार्यकर्ताओं ने बहुत अच्छा काम किया और मैं उन्हें धन्यवाद कहना चाहूंगा।
मैं लोगों का भरोसा नहीं जीत सका लेकिन मैं अपनी बेटी और उन सभी प्रत्याशियों को बधाई देता हूं । हरीश रावत ने कहा कि हमारे प्रयासों में कुछ कमी रह गई जो हम उत्तराखंड के लोगों का विश्वास नहीं जीत सके। हमें उम्मीद थी कि लोग बदलाव के लिए वोट करेंगे लेकिन शायद हमारे प्रयास में ही कुछ कमी रह गई। मैं ये स्वीकार करता हूं और हार की जिम्मेदारी लेता हूं।